सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

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मारवाड़ी युवा मंच द्वारा तीन दिवसीय निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का हुआ शुभारंभ। अधिक जानकारी के लिए ऑडियो को पूरा सुने धन्यवाद।

दिन में गर्मी रात में सर्दी से बड़ा इन्फ्लूएंजा और वायरस का खतरा ऐसे करें खुद को सुरक्षित

कैंसर जांच शिविर में 114 लोगों का मुफ्त परीक्षण और बचाव के उपाय बताए। सिकरीगंज के जूनियर हाई स्कूल में हुआ आयोजन। सिकरीगंज गोरखपुर।। स्वदेशी RHC महिला जागरूकता अभियान के तहत हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान के सौजन्य से सहयोग से सिकरीगंज कस्बे में स्थित जूनियर हाई स्कूल परिसर में कैंसर की नि:शुल्क प्राथमिक जांच और प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में कैंसर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. सी.पी.अवस्थी और डॉ.राकेश श्रीवास्तव ने शिविर में दिखाने एवं परामर्श लेने आए 114 लोगों की जांच की और उन्हें परामर्श दिया, ज्यादातर लोगों को फेफड़े,पेट, प्रोस्टेट,पैरों में गांठ,ब्रेस्ट की गांठ, गर्भाशय,मुंह,अंडाशय,पित्त की थैली आदि में परेशानी थी। सभी की समस्या का उचित निदान किया गया और निशुल्क दवाइयां दी गईं। इस दौरान कैंसर के विभिन्न प्रकार और उसके लक्षण के संबंध में सभी मरीजों तथा उनके परिजनों को प्रशिक्षण तथा इलाज के बारे में विस्तार के साथ जानकारियां दी गईं। कैंसर जागरूकता अभियान के तहत इस स्वास्थ्य शिविर आए लोगों को प्रारंभिक लक्षणों के आधार पर कोर कैंसर से बचाव, लक्षण और उसके इलाज के बारे में परामर्श देते हुए बताया गया कि यदि कैंसर का समय पर इलाज नहीं किया गया तो यह शरीर के अन्य भागों में भी फैल जाता है। बताया गया कि हम खुद अपने आपको कैंसर से बचाव की पहली इकाई हैं, क्योंकि हम अपने शरीर में ही खतरे के संकेत को पहचान सकते हैं। नियमित रूप से पूरी शारीरिक जांच कराना कैंसर से हमारे सबसे अच्छे बचाव का उपाय है। साथ ही खतरे के संकेतों या चेतावनी में कोई भी लक्षण दिखाई देने पर तुरंत कैंसर विशेषज्ञ डॉक्टर को दिखाएं। कैंसर का बाद में पता चला तो यह बहुत खरतनाक साबित हो सकता है। बताया गया कि भरपूर पानी पीने से मूत्राशय के कैंसर का खतरा कम करने में विशेष रूप से उपयोगी है, क्योंकि पानी कैंसर का कारण बनने वाले एजेंटों की एकाग्रता को कम कर सकता है और उन्हें नष्ट कर सकता है। स्वस्थ आहार खाने में कोई संदेह नहीं है। विभिन्न अनाज, फलों,सब्जियों और दालों जैसे पोषक तत्वों से भरा स्वस्थ आहार स्वस्थ जीवन शैली की कुंजी है। जो कि विभिन्न प्रकार के कैंसर के ख़तरों को कम करता है। हरी सब्जियां खाने का सुझाव इसलिए है क्योंकि ऐ मैग्नीशियम से समृद्ध होती हैं और कैंसर का खतरा कम करती हैं, विशेष रूप से महिलाओं में पेट के कैंसर के खतरे को कम करती हैं। रिपोर्टों से पता चलता है कि 90% लोग कभी बीमार नहीं पड़ते अगर वो अपने पानी के सेवन पर ध्यान दें। पानी की कमी से रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है और कब्ज,एसिडिटी बढ़ जाती है। इसके अलावां पानी की कमी से मस्तिष्क पर हमारा नियंत्रण कम हो जाता है। जिसे संज्ञानात्मक विचारों,भावनाओं का नुकसान तथा प्रतिदिन के तनाव को संभालने में शक्तिहीन हो जाना। बताया गया कि उल्लिखित सभी समानताएं पानी के कम सेवन से जुड़ी हैं जो कि बाद में कैंसर की शुरुआत से जुड़ी हैं। इसलिए उचित मात्रा में पानी का सेवन हमें कैंसर से जुड़ी संभावनाओं से और कैंसर से भी बचाता है। स्वस्थ आदतों का पालन करने के साथ ही तंबाकू,शराब का सेवन कम करना जरूरी है। शोधकर्ताओं के अनुसार लगभग 70% कैंसर के ज्ञात कारण जीवनशैली से संबंधित होते हैं और इसका थोड़ा प्रयास करके इनसे बचा जा सकता है। स्वस्थ आहार का पालन करना,नियमित रूप से व्यायाम करना स्वस्थ्य रहने के लिए आवश्यक है। इस दौरान सभी लोगों को कैंसर से संबंधित पत्रक, विवरण पुस्तिका दी गई जिससे कि वे स्वयं तथा अन्य लोगों को कैंसर से जागरुक कर सकें। शिविर में अजय श्रीवास्तव,उमेश जायसवाल,प्रदीप कसौधन, सत्यवती तिवारी,राजकमल कुमार, श्रीभगवान यादव,पूनम कसौधन, सुशीला वर्मा,प्रमोद जायसवाल, अंकित पांडेय,नारद मुनि सहित अन्य का उल्लेखनीय योगदान रहा।

किन लोगों को पपीता नहीं खाना चाहिए