अवैध अस्पतालों पर स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई का असर नहीं।

उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर से दिप माला श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि किसानों की मांग और भारत रत्न मित्रों । नया जवान जय किसान भारत को किसानों को देने और किसानों को उनका अधिकार देने के लिए किसानों के आंदोलन का भारत सरकार के साथ बहुत पुराना संबंध है । आखिरकार , उनकी मांग बहुत बड़ी नहीं है । आज किसानों द्वारा उगाई गई फसल हमारे परिवार का पेट कम करती है , इसलिए सरकार को उनकी मांगों को पूरा करना चाहिए ।

खजनी गोरखपुर।। खजनी तहसील क्षेत्र में बेलघाट ब्लॉक के जिगिनियां भियांव उर्फ शाहपुर गांव में पूर्व प्रधान और तत्कालीन सचिव की मिलीभगत से अंत्येष्टि स्थल और सामुदायिक शौचालय के निर्माण के लिए आए सरकारी धन का जमकर दुरूपयोग हुआ और बंदरबांट के चक्कर में निमार्ण कार्यों में मानकों की धज्जियां उड़ाते हुए खूब मनमानी की गई। निर्माण कार्य मानक के अनुरूप नहीं किया गया,कार्य भी आधे अधूरे हाल में छोड़ दिए गए। अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए पूर्व प्रधान और तत्कालीन सचिव ने अभिलेखों का ब्यौरा भी खंड विकास कार्यालय में नहीं दिया। वर्तमान प्रधान के द्वारा जब जिलाधिकारी से इसकी शिकायत की गई। और जब जांच हुई तो बड़े पैमाने पर हुए इस भ्रष्टाचार की पोल खुल गई। ग्राम पंचायत में समुदायिक शौचालय के निर्माण के लिए जो रुपया आया उसकी भी निकासी कर ली गई। ग्रामप्रधान की शिकायत पर डीएम ने सीडीओ को पूर्व प्रधान और तत्कालीन सचिव को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगने और एफआईआर दर्ज कराने का आदेश दिया है। ग्राम पंचायत अधिकारी लोकनाथ को विकास खंड बेलघाट में तैनाती के दौरान ग्राम जिगिनियां भियांव ऊर्फ शाहपुर में अंत्येष्टि स्थल और सामुदायिक शौचालय में पूर्व प्रधान के साथ सरकारी धन के दुरुपयोग की शिकायत मिली। जिसके बाद बीडीओ ने तीन सदस्यों की कमेटी गठित कर जांच कराई। जांच रिपोर्ट के मुताबिक रिकार्ड अपूर्ण होने से जांच पूरी नहीं हो सकी। प्रथम दृष्ट्या कार्यों की गुणवत्ता संतोषजनक नहीं मिली। 22 मार्च 2023 को बीडीओ ने अभिलेख उपलब्ध कराने को कहा लेकिन उसे नहीं दिया गया। मामले में एडीओ पंचायत द्वारा भी बड़े पैमाने पर धन के दुरुपयोग की शिकायत की गयी थी। लेकिन रिकार्ड न होने से जांच नहीं हो सकी। अपने पूर्व सचिव को चार्ज न देना धन के अपवंचन की श्रेणी में आता है। इसके फलस्वरूप बीडीओ द्वारा भी एडीओ पंचायत को सचिव के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने को लिखा गया है। वहीं डीपीआरओ आशुतोष कुमार ने सचिव को नोटिस जारी कर तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण देने को कहा है कि क्यों न उनके विरुद्ध विभागीय और प्राथमिकी की कार्रवाई शुरू की जाए।

आजादी के 76 वर्ष बाद भी कलवारी गांव के लोगों को अपने घर पहुंचने के लिए रास्ते की तलाश। पगडंडियों से होकर घर पहुंचते हैं गांव के 50 घरों के लोग। खजनी गोरखपुर।। तहसील क्षेत्र के बांसगांव ब्लॉक के परसौनी ग्रामसभा के कलवारी गांव के निवासी 50 घरों के लोगों को देश की आजादी के 76 वर्ष बाद भी अपने घरों तक आने जाने के लिए राह मयस्सर नहीं हो पाई है। देश प्रदेश में हो रहे चौतरफा विकास की खबरें गांव के इन सभी 50 घरों के निवासियों को मुंह चिढ़ाती हैं। ग्रामवासियों का कहना है कि जब हमें अपने घरों तक आने जाने के लिए कोई रास्ता ही नहीं है तो दुनियां भर की सड़कों और लंबे चौड़े रास्तों के बनने का क्या लाभ है। बरसात के दिनों में अपने घरों तक पहुंचने के लिए नारकीय यातनाएं झेलने वाले ग्रामवासियों ने बताया कि 500 वर्षों की प्रतीक्षा के बाद राम मंदिर तो बन गया। लेकिन हमें अपनी जन्मभूमि तक पहुंचने की राह नहीं मिल पाई है। गांव के निवासी द्वारिका नाथ शर्मा, महेंद्र शर्मा,फूल चंद शर्मा,विजय शर्मा,बाबू लाल यादव,स्वामी यादव, महेंद्र यादव,राजेश्वर शर्मा, गोपीनाथ शर्मा,राधेश्याम शर्मा, राजेंद्र शर्मा, महगू यादव,देवदत्त शर्मा सहित लगभग 50 लोगों के घर तक आने जाने का रास्ता नहीं है। गांव के मंदिर तक जाने का रास्ता भी नहीं है। इन लोगों का अपने घरों तक पैदल पहुंचना भी दुश्वार है बरसात के समय में आने-जाने की स्थिति और भी बदतर हो जाती है। बताया गया कि परसौनी ग्रामसभा के कलवारी गांव में मनरेगा द्वारा प्रधान कोटे से वर्ष 2012 के पहले रोड पर मिट्टी डालकर निर्माण हो चुका था। किंतु गांव के कुछ दबंगों लोगों के द्वारा उस चकरोड को काटकर फिर से अपने खेतों में मिला लिया गया। जिसकी शिकायत वर्तमान प्रधान रामवती के द्वारा जिला अधिकारी से की गई थी। उसके बाद गांव के द्वारकानाथ शर्मा के द्वारा दर्जनों लोगों के हस्ताक्षर के साथ जिलाधिकारी,उप जिलाधिकारी, मंडलायुक्त,मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर आॅनलाइन शिकायत की गई। किन्तु हर बार उसका कागजी समाधान कर दिया गया और उसका कुछ परिणाम नहीं निकला। चकरोड से मुख्य संपर्क मार्ग तक पहुंचने के लिए सिर्फ 50 मीटर सड़क बनानी है। लेकिन आजादी के बाद से अब तक रोड न बन पाने से लोग आवागमन के लिए नरकीय यातनाएं झेलने को विवश हैं। बता दें कि परसौनी ग्रामसभा विकास खंड बांसगांव तथा खजनी तहसील क्षेत्र का हिस्सा है। जनप्रतिनिधियों और स्थानीय प्रशासन के द्वारा कभी लोगों की इस मौलिक समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया। हताश, निराश हो चुके ग्रामवासियों ने बताया कि प्रशासन चाहे तो सहमति से रास्ते का निर्माण किया जा सकता है, लेकिन उपेक्षा के कारण कभी गंभीरता पूर्वक हमारी इस समस्या पर विचार ही नहीं किया गया। अधिकारी सिर्फ कागजी खानापूर्ति और विवाद का हवाला देकर मामले में टालमटोल करते रहे हैं।76 वर्ष बाद भी दुर्भाग्य है कि हमारे घरों तक चार पहिया वाहन नहीं पहुंच पाते हैं। इस संदर्भ में उप जिलाधिकारी खजनी राजू कुमार ने कहा कि रास्ते का मामला गंभीर है, हम स्वयं गांव में जा कर या टीम भेज कर जांच करेंगे। समस्या का समाधान कराया जाएगा।

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मुबलबाड़ी , गोरखपुर की दीपमाला श्रीवास्तव ने कहा कि गोरखपुर गोला नगर पंचायत में सीसीटीवी कैमरों के नाम पर लाखों रुपये खर्च किए गए हैं , लेकिन आधे से अधिक कैमरे काम नहीं कर रहे हैं । सदस्यों ने कमियों को सुधारने के लिए बैठक में कई बार आवाज उठाई , लेकिन इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा , जबकि क्षेत्र में आप पर लगातार अधिक घटनाएं हो रही हैं । लगभग एक साल पहले , पुलिस प्रशासन के प्रयासों से , नगर पंचायत क्षेत्र के प्रमुख स्थानों पर टिनेत्रा अभियान के हिस्से के रूप में पचास शुल्क टीवी कैमरे लगाए गए थे ।

गोरखपुर; व्यापारी संगठन ने नगर निगम गोरखपुर की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाएं। अधिक जानकारी के लिए ऑडियो को पूरा सुने और अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दें धन्यवाद।

गोरखपुर: गोरखपुर के आज इन इलाकों में गुल रहेगी बिजली। अधिक जानकारी के लिए ऑडियो को पूरा सुने और अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दें धन्यवाद।

गोरखपुर: गोरखपुर के आज इन इलाकों में गुल रहेगी बिजली। जानकारी के लिए ऑडियो को पूरा सुने और अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दें धन्यवाद।