राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से पूर्व प्रधानमंत्री द्वारा देश के सभी मठ, मंदिर, तीर्थ स्थल में स्वच्छता अभियान चलाने का आह्वान किया था। इसी कड़ी में नगर परिषद सुपौल वार्ड नंबर 19 अंतर्गत भेलाही बाबा तारेश्वर शिव मंदिर में भाजपा किसान मोर्चा सुपौल नगर के द्वारा नगर मंडल अध्यक्ष गौरीशंकर मंडल के नेतृत्व में सफाई अभियान चलाया गया। इसमें भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष नलिन जायसवाल ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री के आह्वान पर 22 तारीख तक हम सभी को अपने आसपास के मठ मंदिर, तीर्थ स्थल की सफाई पूर्ण करेंगे जिससे कि 22 जनवरी को जब लोग मंदिरों में जुटें तो उन्हें गंदगी से परेशानी ना झेलनी पड़े। सफाई अभियान में किसान मोर्चा सुपौल के जिला मीडिया प्रभारी संतोष महतो, नगर उपाध्यक्ष अजय कुमार लाल, सुमन कुमार झा, मुकेश कुमार ठाकुर उर्फ टिब्लू ठाकुर, अशर्फी यादव, राजू दास, शिव शंकर मंडल, राम कामत, योगेश्वर मंडल, रत्नेश्वर मंडल, नरेश कुमार, राजकुमार मरीक आदि शामिल हुए।

सदर प्रखंड अंतर्गत हरदी पश्चिम चौघारा पंचायत के मोतीलाल-कुसुमलता उच्च माध्यमिक विद्यालय परिसर में शिक्षा संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी विवेकानंद सत्यार्थी, डीपीओ स्थापना राहुल चंद्र चौधरी व मत्स्य प्रसार पदाधिकारी दुर्गेश कुमार मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत गीत के साथ की गई। कार्यक्रम में अभिभावक व स्कूली छात्रों से संवाद किया गया। साथ ही डीपीओ द्वारा छात्रों के लिए सरकार द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी छात्रों एवं अभिभावकों को दी गई। पोशाक योजना, छात्रवृत्ति योजना, कन्या उत्थान योजना, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री बालिका साइकिल योजना सहित अन्य कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी विस्तृत रूप से दी गई। पदाधिकारियों ने अभिभावकों से अनुरोध किया कि आप अपने बच्चों को रोजाना विद्यालय भेजें। कहा कि सरकार की कोशिश यही है कि बच्चे और बच्चियां पढ़े और आगे बढ़े। इस विद्यालय में कुल 715 छात्रों के संख्या है। मौके पर विद्यालय के प्राचार्य बिनोद कुमार, शिक्षक प्रमोद कुमार सूरज, मुस्तकीम आलम सहित अभिभावक एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

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खाद्य सामग्री के मूल्य पर नियंत्रण पाने और बाजार को संतुलित बनाए रखने के लिए भारत सरकार ने अनूठी शुरुआत की है। एनसीसीएफ से जुड़े अधिकृत विक्रेताओं के माध्यम से खाद्य सामग्री की दुकानें खोली जा रही हैं। ताकि आम परिवार उचित मूल्य पर खाद्य सामग्री की खरीद कर सके। अधिकृत विक्रेता जेजीजी फर्म फूड इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड सहरसा के द्वारा मुख्यालय में दुकान खोला गया है। दुकान में उचित मूल्य पर खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाई गई है। स्थानीय विधायक नीरज कुमार सिंह बबलू ने फीता काटकर दुकान का उद्घाटन किया। मौके पर सुपौल नगर परिषद के मुख्य पार्षद राघवेंद्र झा राघव, संचालक रवि पांडेय के अलावे स्थानीय भाजपा नेता व कई गणमान्य मौजूद थे। इस अवसर पर विधायक ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने महंगाई पर नियंत्रण की दिशा में अच्छी शुरूआत की है। सरकारी स्तर पर कस्बाई इलाके तक इस प्रकार का दुकान खोला जा रहा है। ताकि खाद्य सामग्री के मूल्य पर नियंत्रण हो और बाजार को संतुलित बनाये रखा जा सके। मौके पर शालिग्राम पांडेय, सुशील प्रसाद कर्ण, ललितेश्वर पांडेय, सुशीला देवी, शिवकुमार भगत, केशव कुमार गुड्डू, गौरीशंकर भगत, सुरज चंद्र प्रकाश, सत्य प्रकाश आदि मौजूद थे।

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सुनिए एक प्यारी सी कहानी। इन कहानियों की मदद से आप अपने बच्चों की बोलने, सीखने और जानने की समझ बढ़ा सकते है।ये कहानी आपको कैसी लगी? क्या आपके बच्चे ने ये कहानी सुनी? इस कहानी से उसने कुछ सीखा? क्या आपके पास भी कोई नन्ही कहानी है? हमें बताइए, फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।

जन्म से आठ साल की उम्र तक का समय बच्चों के विकास के लिए बहुत खास है। माता-पिता के रूप में जहाँ हम परवरिश की खूबियाँ सीखते हैं, वहीँ इन खूबियों का इस्तेमाल करके हम अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा दे सकते है।आप अपने बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ाने और उन्हें सीखाने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाते है? इस बारे में बचपन मनाओ सुन रहे दूसरे साथियों को भी जानकारी दें। अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए दबाएं नंबर 3.

सदर प्रखंड की पिपराखुर्द पंचायत के चकडुमरिया गांव में अयोध्या से आये अक्षत और प्रभु श्रीराम मंदिर का भव्य चित्र एवं आमंत्रण अशोक कुमार शर्मा उर्फ अशोक सम्राट के द्वारा गांव में दिया गया। उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम का अयोध्या में 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा होने जा रहा है। उस दिन सभी राम भक्तों से आग्रह है कि अपने-अपने पूजा घर एवं मंदिर की सफाई करने के बाद नहा धोकर रामायण पाठ, कीर्तन-भजन आदि करें एवं शाम में दीप जलाकर दीपावली मनायें। सनातनियों का सदियों पुराना सपना साकार हुआ है। प्राण-प्रतिष्ठा के दिन गांव के ठाकुरबाड़ी में 24 घंटे का अखंड हरि कीर्तन अष्टयाम का आयोजन किया गया है। सभी व्यक्ति अपने घरों को रंगोली, तोरण द्वार से सजाएंगे भगवा झंडा लगाएंगे एवं शाम में दीपोत्सव मनाया जाएगा। पूरे गांव में दीपावली सा दृश्य होगा। पूजित अक्षत एवं प्रभु श्रीराम मंदिर का भव्य चित्र सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी बिंदेश्वरी शर्मा, बमभोला शर्मा, सेवानिवृत्त शिक्षक देवनारायण चौधरी, गणपत शर्मा, ठाकुरबाड़ी के पुजारी देवनारायण दास, साहेब दास, शिवन राम, शिवशंकर चौधरी, राधेश्याम मंडल, ब्रह्मदेव यादव सहित पूरे गांव में घर-घर दिया गया। कार्यक्रम में विजय चौधरी, कमल कुमार शर्मा, रामविलास शर्मा, विजय शर्मा, उमेश यादव, वासुदेव शर्मा, श्यामसुंदर मंडल, रौशन कुमार, यश, लिशा, दिवाकर सहित गांव के कई लोगों ने हिस्सा लिया।

सिंचाई की समस्याओं को दूर करने के लिए सरकार ने किसानों को समूह में नलकूप देने की योजना बनाई है। मकसद है कि वैसे लघु और सीमांत किसान जो नलकूप स्थापित करने में आर्थिक रूप से सक्षम नहीं है वैसे किसान भी इस योजना का लाभ उठाकर फसलों की सिंचाई आसानी से कर सके। योजना को लेकर किसानों को अनुदान भी दिए जाने की व्यवस्था दी गई है। परंतु विडंबना देखिए कि इतने बड़े महत्वपूर्ण योजना के लिए विभाग को किसान ही नहीं मिल पा रहे हैं। या यूं कहे कि किसानों तक या तो योजना की जानकारी नहीं पहुंच पा रही है या फिर किसान योजना में रुचि नहीं ले पा रहे हैं। स्थित है कि इसके क्रियान्वयन को लेकर विभाग दिसंबर माह में ही किसानों से आवेदन लिए जाने की व्यवस्था की है, परंतु अब तक एक भी आवेदन विभाग को प्राप्त नहीं हो पाया है। उसमें भी तब जब कोसी की किसानी में आज भी सिंचाई एक बड़ी समस्या बनी हुई है। दरअसल सरकार सात निश्चय दो के तहत सूक्ष्म सिंचाई हेतु सामूहिक नलकूप योजना चलाई है। इस योजना के तहत कम से कम दो किसानों का समूह बनाना होता है। इन किसानों के पास कम से कम आधा एकड़ जमीन होनी चाहिए। इस समूह को विभाग 80 फीसद अनुदान पर बोरिंग के साथ-साथ मिनी स्प्रिंकलर भी उपलब्ध कराती है। बावजूद योजना को लेकर किसानों का आगे नहीं आना फिलहाल विभाग के लिए एक मुसीबत बनी हुई है। विभाग की माने तो आवेदन करने की स्थिति यदि यही रही तो फिर एक बार जिले में सिंचाई की यह व्यवस्था बृहद रूप नहीं ले पाएगी। हर खेत को पानी उपलब्ध कराने को लेकर सरकार ने हाल के दिनों में कई तरह की व्यवस्था कर रखी है। जहां खेतों तक बिजली पहुंचाई जा रही है वहीं सिंचाई की नई तकनीक ड्रीप, स्प्रिंकलर से लेकर नलकूप तक की व्यवस्था अनुदानित दरों पर कर रखी गई है। परंतु सरकार की यह व्यवस्था आज भी किसानों तक नहीं पहुंच पाई है। इसके लिए कहीं न कहीं विभागीय उदासीनता या फिर किसानों का परंपरागत सिंचाई से अलग नहीं हटने की मानसिकता योजना के पथ में रोड़ा अटका रहा है। ----------------------------------- योजनाओं के प्रति जागरूक नहीं हो रहे किसान भले ही सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र में योजनाओं की भरमार सी लगी हुई है। विभिन्न तरह की योजनाओं को किसानों तक पहुंचाने के लिए विभाग में पदाधिकारी व कर्मियों की एक फौज सी खड़ी है। बावजूद कई ऐसी योजना है जो विभागीय उदासीनता के कारण किसानों तक नहीं पहुंच पा रही है। ऐसे कर्मी और पदाधिकारी किसानों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। इसका नतीजा होता है कि किसान नई योजनाओं के प्रति जागरूक ही नहीं हो पाते हैं। हालांकि यदा- कदा जब कभी भी किसानों को जागरूक किया जाता है तो कुछ प्रगतिशील किस्म के किसान ही योजना का लाभ उठा पाते हैं। शेष बचे किसान जानकारी के अभाव में योजना का लाभ नहीं उठा पाते हैं। फिलहाल सामूहिक नलकूप योजना कुछ इसी और इशारा कर रहा है। इस महत्वपूर्ण योजना को लेकर आवेदन लेने की प्रक्रिया को शुरू हुए करीब एक माह से अधिक समय बीत चुका है। परंतु एक भी किसानों का आवेदन विभाग को प्राप्त नहीं होना कहीं न कहीं विभागीय कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह कर कर रहा है। जबकि रबी फसल की सिंचाई जिले में जोरों पर है। अल्प संसाधन के बावजूद किसान महंगी सिंचाई को विवश है।