मरौना प्रखंड मुख्यालय स्थित टीसीपी भवन मरौना में प्रखंड प्रमुख मंजुला देवी के खिलाफ लगे अविश्वास प्रस्ताव के मद्देनजर मंगलवार को पंचायत समिति सदस्यों की विशेष बैठक होनी थी।लेकिन अविश्वास प्रस्ताव पक्ष के सभी 6 पंसस अनुपस्थित रहे।लिहाजा प्रावधान के मुताबिक प्रखंड प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया और प्रखंड प्रमुख अपनी कुर्सी बचाने में कामयाब रहीं।जिसके बाद समर्थको में खुशी देखी गई ।

बायसी पंचायत होकर बहनेवाली गम्हरिया तथा मधेपुरा उपशाखा नहर से निकलने वाली नहरी व माइनर बेकार होने से खून-पसीने की मेहनत से लगाई गई गेंहू व मकई की फसल अब पानी के लिए तरस रही है। बायसी पंचायत होकर बहने वाली मधेपुरा उपशाखा नहर से निकलने वाली नहरी लंबे समय से जर्जर होने के चलते किसान मजबूरी में पंपसेट से सिंचाई करने को मजबूर हैं।  बायसी के किसान चंदन मेहता, धनंजय मेहता, जयनारायण मेहता, पवन मेहता, रूपेश मेहता, अशोक मेहता, पुनीत मेहता, परमानंद मेहता, प्रेमदयाल मेहता, रामकुमार मेहता, गंगा मेहता आदि ने बताया कि मधेपुरा उपशाखा नहर से निकलकर बायसी वार्ड नंबर 13 में आने वाली नहरी की हालत लंबे समय से जर्जर है। जिसके चलते किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच रहा है। इस नहरी से दर्जनों एकड़ खेतों की सिंचाई होती थी। लेकिन लापरवाही व उदासीनता के चलते यह नहरी नाकाम हो गई है। किसानों ने बताया कि मनरेगा से अगर इस नहरी की सफाई व मरम्मत करवा दिया जाए तो पानी की समस्या का समाधान हो जायेगा।

बीते कई दिनों से मौसम के बदलते मिजाज ने लोगों की दिनचर्या ही बदल दी है। सर्द हवाओं के साथ ठंढ कहर बढ़ता ही जा रहा है। सुबह में कोहरे की मार और दिनभर ठिठुरन से लोग बेहाल नजर आ रहे हैं। कोहरे व ठंढ के चलते लोगों की दिनचर्या के साथ-साथ यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हो रहा। कोहरे के साथ-साथ ठंढ में अचानक वृद्धि से बच्चे व बूढ़े पर सबसे अधिक आफत आ गई है। वहीं कोहरा एवं ठंढ के चलते सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आ रहे हैं। सूर्यदेव के दर्शन दुर्लभ हो गए हैं। अगर कभी निकलते भी हैं तो अधिक देर तक वह दिख नहीं पाते हैं। अपनी तपिश से लोगों का पसीना छुड़ानेवाले भी ठंड के सामने लाचार व बेवस नजर आ रहे हैं। सूर्यदेव की चमक के साथ-साथ तपिश भी गायब है। बाज़ारों में ख़ामोशी छा गई है। सुबह जहां देर से दुकानें खुलती हैं। वहीं शाम होते ही लोगों की आवाजाही कम हो जाती है। ग्रामीण इलाकों में भी लोगों की दिनचर्या पूरी तरह बदल गई है। ठंढ से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं।

संतमत सत्संग मंदिर बायसी-डुमरी, रतनपुर के प्रांगण में गत 1 जनवरी से आयोजित पाक्षिक ध्यान ज्ञान यज्ञ का सोमवार को समापन हो गया। विगत 15 दिनों से क्षेत्र में ध्यान ज्ञान यज्ञ को लेकर भक्तिमय माहौल बना रहा। सुबह से शाम तक लोग यज्ञ स्थल पर जमे रहे। अंतिम दिन संत स्वामी वेदानंद महाराज, स्वामी इंदु बाबा, पृतमानन्द बाबा, रामरमन बाबा, ठाकुर बाबा ,सहित अन्य साधु-महात्मागण ने उपस्थित सत्संग प्रेमियों को सत्संग का महत्व समझाया। इन्होंने सत्संग का महत्व समझाते हुए परमात्मा से जुड़ाव का माध्यम बताया। इससे पूर्व  स्थानीय सत्संगप्रेमी तथा आयोजन समिति ने संत-महात्माओं को सम्मानित कर आशीर्वचन प्राप्त किए।

जिला मुख्यालय स्थित भेलाही में नवनिर्मित कृष्ण मंदिर में प्रतिमा स्थापना व प्राण प्रतिष्ठा को लेकर करीब 501 कन्याओं द्वारा भव्य कलश शोभा यात्रा निकाली गयी। कलश यात्रा मंदिर परिसर से प्रारंभ होकर पूरे गांव का भ्रमण किया। पंडित बिशो झा के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मंदिर परिसर में स्थित कुंआ से कलश में जल भरवाया गया। जिसके बाद नगर भ्रमण कर पुन: मंदिर परिसर में कलश स्थापित किया गया। कलश शोभायात्रा में गाजे-बाजे के साथ शामिल कन्याओं ने कोशी कॉलोनी, ठाकुरबाड़ी, सुपौल-सहरसा रोड होते हुए विभिन्न सड़क सहित अन्य जगहों का भ्रमण कर पुन: मंदिर परिसर पहुंचा। मंदिर कमेटी के अध्यक्ष बालमुकुंद यादव, सचिव राजेंद्र कामत व कोषाध्यक्ष बबलू कामत ने संयुक्त रूप से बताया कि मंदिर में कलश स्थापना के बाद दो दिनों तक भजन-कीर्तन व अन्य प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। जिसके बाद 18 जनवरी को विद्वान पंडितों द्वारा प्रतिमा में प्राण प्रतिष्ठा किया जायेगा। इधर कलश यात्रा में शामिल युवाओं की भीड़ पूरे उत्साह के साथ जयकारा लगाते चल रहे थे। इस अवसर पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। मूर्तिदाता अनंत कुमार झा व सुदर्शन झा हैं। जिनके द्वारा पूजा-अर्चना की रश्म अदा की जा रही है। कार्यक्रम स्थल पर मौजूद पंडितों ने कलश यात्रा का महत्व बताते हुए कहा कि कलश का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है। कहा कि कलश में सारे देवता विराजमान होते हैं और कलश को महिलाओं के सिर पर रखकर भ्रमण करने से धरा सिद्ध होती है। जो कलश को धारण करता है, उसकी आत्मा भी पवित्र हो जाती है, इसीलिए कलश यात्रा निकाली जाती है। कार्यक्रम को सफल बनाने में योगेंद्र यादव, प्रमोद झा, शिवशंकर कामत, मनटुन कामत, महेश्वर कामत सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण जुटे हुए हैं।

राजद जिला महासचिव चन्द्रिका कुमारी के आवास पर एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। प्रेस वार्ता में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के नेतृत्व में जनहित में किए गए कार्यों का बखान किया गया। मौके पर बताया गया कि डिप्टी सीएम ने बेरोजगारों को रोजगार देने की, 10 लाख नौकरी देने का वादा किया था उसके प्रति वे दृढ़ संकल्पित हैं। बोले पक्का वादा, अडिग इरादा, पूर्ण-प्रण, पूर्ण संकल्प, जबसे आई नीतीश-तेजस्वी की सरकार, बिहार में रोजगार-रोजगार है। राजद नेताओं ने कहा कि शिक्षा विभाग में रिकार्ड समय में 2 लाख 17 हजार से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति की गई, गृह विभाग में हजारों पुलिस कर्मियों की बहाली, अन्य विभागों में लाखों पदों पर नियोजन की प्रकिया जारी, 4.5 लाख नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा दिलाने का निर्णय लिया गया। मौके पर उपस्थित जिला प्रवक्ता दिनेश यादव ने कहा कि बिहार में अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा, अति पिछड़ा वर्ग और सामान्य वर्ग में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए 75 प्रतिशत आरक्षण लागू किया गया। देश में प्रथम बार बिहार प्रदेश में जातिगत जनगणना करवाई गई। तालीमी मरकज, शिक्षा मित्र और टोला सेवकों का मानदेय दोगुना किया गया। आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका का मानदेय बढ़ाया गया। पंचायत प्रतिनिधियों के मानदेय में बढ़ोतरी की गई आदि बातों को रेखांकित किया गया। प्रेस वार्ता में प्रो. विजय कुमार यादव, श्याम यादव, चन्द्रिका कुमारी, मु. मुस्ताक अहमद, अनवर अली, सचिन्द्र कुमार आदि मौजूद थे।

किशनपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षा संवाद कार्यक्रम का आयोजन प्रधानाध्यापक डॉ राजीव कुमार की अध्यक्षता में किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अनुमंडल पदाधिकारी, बीईओ, बीपीआरओ मौजूद थे। जहां आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रधानाध्यापक डॉ राजीव कुमार ने विद्यालय की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि यहां के सभी बच्चों को नियमानुकूल सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है। विद्यालय में उत्कृष्ट शैक्षणिक माहौल के कारण ही यहां के बच्चें विभिन्न प्रतियोगिताओं में राज्य और देश स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। गत वर्ष सर्वश्रेष्ठ प्रधानाध्यापक पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ विज्ञान प्रयोगशाला पुरस्कार, उत्कृष्ट शिक्षक, सर्वश्रेष्ठ छात्र पुरस्कार आदि से जिलाधिकारी ने सम्मानित किया। शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ता बिहार को प्रदर्शित करने वाला शिक्षा संवाद कार्यक्रम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में शिक्षा व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए की गई अच्छी पहल है। बिहार सरकार ने पढ़ेगा बिहार तो बढ़ेगा बिहार को ध्यान में रखते हुए शिक्षा के सभी आयामों पर ध्यान दिया है। सुपौल जिला अंतर्गत वर्ष 2006-07 से 2017-19 तक कुल 8128 प्रारंभिक शिक्षकों का नियोजन हुआ तथा वर्ष 2022 में 843 प्रारंभिक शिक्षक नियुक्त हुए। टीआरई 1.0 में पूरे बिहार में 1लाख 23 हजार 108 शिक्षक बीपीएससी के द्वारा बहाल हुए तथा टीआरई 2.0 में 94 हजार 52 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया गया। इसमें सुपौल जिला में टीआरई 1.0 से 2090 तथा टीआरई 2.0 से 1331 शिक्षकों को नियुक्ति किया गया है। वर्तमान समय में छात्र शिक्षक अनुपात 35:1 हो गया है। आज सरकार बिहार के बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए बजट का 18% भाग शिक्षा पर खर्च करती है।सुपौल जिला अंतर्गत सभी 174 पंचायतों में स्कूल स्थापित किए गए हैं । शैक्षणिक प्रोत्साहन के लिए सरकार ने पहल करते हुए मुख्यमंत्री बालिका साइकिल योजना,मुख्यमंत्री बालक साइकिल योजना ,मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य योजना,मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, उन्नयन बिहार, मुख्यमंत्री पोशाक योजना, बिहार शताब्दी मुख्यमंत्री पोशाक योजना, मिशन दक्ष,टोला सेवक, तालिमी मरकज, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना,कुशल युवा कार्यक्रम, मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य योजना, प्री मैट्रिक स्कॉलरशिप, मुख्यमंत्री बालिका प्रोत्साहन मेधावृति योजना, बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, मुख्यमंत्री सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना आदि चलाई जा रही है। इन कार्यक्रमों के लाभों की विस्तृत जानकारी सभी बच्चों, अभिभावकों को दी गई। उच्च स्तरीय शैक्षणिक संस्थान जैसे मेडिकल कॉलेज पिपरा, पैरामेडिकल कॉलेज सुपौल, जीएनएम कॉलेज सुखपुर आदि की भी स्थापना की गई है। इस अवसर पर विद्यालय के छात्र , छात्रा, अभिभावक और शिक्षक उपस्थित थे।

भवानीपुर पंचायत में वार्ड सदस्यों ने उप मुखिया के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर दिया था आवेदन। वार्ड सदस्य सादिक अंसारी के नेतृत्व में सदस्यों ने मुखिया, पंचायत सचिव, बीपीआरओ एवं बीडीओ को आवेदन की प्रतिलिपि उपलब्ध कराई गई थी।

बढ़ते ठंड के मद्देनजर जिलेभर का स्कूल हुआ बंद,जी हां आपको बता दे कि बढ़ते ठंड के मद्देनजर सुपौल जिले के वर्ग 01 से 08 तक के सभी सरकारी /गैर सरकारी विद्यालयों को आज यानी कि 16 जनवरी से 18 जनवरी तक बंद रखा गया है।जिससे संबंधित आदेश सुपौल जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जारी कर दिया है।जारी आदेश के बाद स्कूली बच्चो को ठंड में स्कूल आने से राहत मिला है।मालूम हो कि ठंड के कारण हाल ही में जिले के कई प्रखंडों में स्कूली बच्चों के तबीयत में बदलाव आने की घटना भी सामने आ चुकी थी।

जिला मुख्यालय स्थित भेलाही में सोमवार को नवनिर्मित कृष्ण मंदिर में प्रतिमा स्थापना व प्राण प्रतिष्ठा को लेकर करीब 501 कन्याओं द्वारा भव्य कलश शोभा यात्रा निकाली गयी। कलश यात्रा मंदिर परिसर से प्रारंभ होकर पूरे गांव का भ्रमण किया। पंडित बिशो झा के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मंदिर परिसर में स्थित कुंआ से कलश में जल भरवाया गया। जिसके बाद नगर भ्रमण कर पुन: मंदिर परिसर में कलश स्थापित किया गया। कलश शोभायात्रा में गाजे-बाजे के साथ शामिल कन्याओं ने कोशी कॉलोनी, ठाकुरबाड़ी, सुपौल-सहरसा रोड होते हुए विभिन्न सड़क सहित अन्य जगहों का भ्रमण कर पुन: मंदिर परिसर पहुंचा। मंदिर कमेटी के अध्यक्ष बालमुकुंद यादव, सचिव राजेंद्र कामत व कोषाध्यक्ष बबलू कामत ने संयुक्त रूप से बताया कि मंदिर में कलश स्थापना के बाद दो दिनों तक भजन-कीर्तन व अन्य प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। जिसके बाद 18 जनवरी को विद्वान पंडितों द्वारा प्रतिमा में प्राण प्रतिष्ठा किया जायेगा। इधर कलश यात्रा में शामिल युवाओं की भीड़ पूरे उत्साह के साथ जयकारा लगाते चल रहे थे। इस अवसर पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। मूर्तिदाता अनंत कुमार झा व सुदर्शन झा हैं। जिनके द्वारा पूजा-अर्चना की रश्म अदा की जा रही है। कार्यक्रम स्थल पर मौजूद पंडितों ने कलश यात्रा का महत्व बताते हुए कहा कि कलश का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है। कहा कि कलश में सारे देवता विराजमान होते हैं और कलश को महिलाओं के सिर पर रखकर भ्रमण करने से धरा सिद्ध होती है। जो कलश को धारण करता है, उसकी आत्मा भी पवित्र हो जाती है, इसीलिए कलश यात्रा निकाली जाती है। कार्यक्रम को सफल बनाने में योगेंद्र यादव, प्रमोद झा, शिवशंकर कामत, मनटुन कामत, महेश्वर कामत सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण जुटे हुए हैं।