जन अधिकार पार्टी की ओर से मंगलवार को जिला मुख्यालय स्थित कला भवन के समक्ष एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आह्वान पर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने, कोसी, सीमांचल एवं मिथिलांचल को आर्थिक स्पेशल स्टेटस का दर्जा देने, मधेपुरा से पटना और दिल्ली के लिए ट्रेन की व्यवस्था करने, कोसी, सीमांचल और मिथिलांचल को बाढ़ से मुक्ति सहित अन्य मांगों को लेकर यह एक दिवसीय उपवास रखा गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा कि कोसी-सीमांचल के लिए बाढ़ सबसे बड़ी समस्या है। आजादी के बाद इस क्षेत्र के दर्जनों जनप्रतिनिधि केंद्र और राज्य सरकार में मंत्री रहे हैं, लेकिन इस समस्या से निजात दिलाने के लिए उन लोगों ने कोई प्रयास नहीं किया। जिसका जिसका खामियाजा प्रत्येक साल इस क्षेत्र के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। पप्पू यादव ने कहा कि अभी जो लोग विकास की बात करते हैं, वह जब केंद्र और राज्य सरकार में मंत्री थे तो इस क्षेत्र के लिए क्या किया। पप्पू यादव ने कहा कि इस क्षेत्र को प्रतिनिधित्व करने वाले नेता रेल मंत्री, सिंचाई मंत्री, शिक्षा मंत्री रहे हैं, लेकिन उन लोगों ने अपने विभाग से संबंधित कोई कार्य भी इस क्षेत्र के लिए नहीं किया। पप्पू यादव ने कहा कि यह क्षेत्र आर्थिक रूप से सबसे पिछड़ा क्षेत्र है। लोगों के पास रोजगार नहीं है। चीनी मिल बंद हो गई। आजादी के बाद कोई एक फैक्ट्री नहीं लगा। पूर्णिया में एयरपोर्ट नहीं बन सका। उन्होंने कहा कि सहरसा से हमसफर ट्रेन उन्होंने चलवाया। उन्होंने कहा कि मधेपुरा में मेडिकल कॉलेज की स्थापना की गई यह अच्छी बात है लेकिन यहां संसाधनों का घोर अभाव है। इतने बड़े मेडिकल कॉलेज में अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन, एमआरआई जैसी सुविधा लोगों को नहीं मिल पा रही है। कार्यक्रम की अध्यक्षता जन अधिकार पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रो. मोहन मंडल ने की। इस अवसर पर अजीर बिहारी, अनिल अनल, उमेश कोइराला, राजेश यादव, मुकेश कुमार, रामचंद्र यदुवंशी, प्रिंस गौतम, सीताराम यादव, भानु प्रताप, अमन कुमार रितेश, देवाशीष पासवान समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।

बीएन मंडल विश्वविद्यालय ने पीजी फोर्थ सेमेस्टर परीक्षा कार्यक्रम और सेंटर लिस्ट जारी कर दिया है। परीक्षा 18 से 25 जनवरी तक होगी। परीक्षा नियंत्रक प्रो. शशि भूषण ने बताया कि पीजी फोर्थ सेमेस्टर जून 2023 की परीक्षा के लिए विश्वविद्यालय अंतर्गत तीनों जिलों में एक-एक परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस स्थित परीक्षा हॉल में टीपी कॉलेज मधेपुरा और बीएनएमयू के सभी पीजी विभागों की परीक्षा ली जाएगी। वहीं SNSRKS कॉलेज सहरसा में पीजी सेंटर सहरसा और एमएलटी कॉलेज सहरसा का परीक्षा केंद्र बनाया गया है। इसी तरह एसएनएस महिला कॉलेज सुपौल में बीएसएस कॉलेज सुपौल का परीक्षा केंद्र बनाया गया है। उन्होंने बताया कि परीक्षा दो पाली में होगी। पहली पाली की परीक्षा सुबह 9:30 बजे से 12:30 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर 1:30 बजे से 4:30 बजे तक।