थरुहट चम्पारण ,गौनाहा ,दोन केनाल के अतिरिक्त जंगल के किनारे से होकर यदि सिंचाई के लिए एक नाला की व्यवस्था हो जाय तो किसानों की तकदीर और तस्वीर बदल सकती है