उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो ने मोबाइल वाणी के माध्यम से अंकिता से साक्षात्कार लिया ।अंकिता ने बताया कि पिछले चार महीनों से ये मोबाइल वाणी पर प्रसारित कार्यक्रम सुन रही हैं। पहले ये बेटियों को अधिकार देने के बारे में नही सोचती थी। लेकिन कार्यक्रम सुनकर इनके दिमाग में आया कि जैसे बेटों को अधिकार देते हैं,वैसे बेटियों को भी अधिकार देना चाहिए।इन्होने निर्णय ले लिया है कि जमीन में जितना अधिकार बेटों का है,उतना अधिकार बेटी का भी है। दोनों को बराबर अधिकार देंगी

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो ने मोबाइल वाणी के माध्यम से राजदा से साक्षात्कार लिया ।राजदा ने बताया कि पिछले चार महीनों से ये मोबाइल वाणी पर प्रसारित विशेष कार्यक्रम 'अपनी जमीन अपनी आवाज ' सुन रही हैं। कार्यक्रम सुनने के बाद इनके विचार में परिवर्तन हुआ। इन्होने निर्णय लिया कि इनके जमीन पर जितना अधिकार इनके बेटों का है उतना ही अधिकार बेटी का भी है। अब इनकी ऑंखें खुल गई है। जैसे इन्होने बेटों को जन्म दिया वैसे ही बेटियों को भी जन्म दिया है। बतौर बेटी दोनों एक समान हैं। इनके बीच भेदभाव नही करना चाहिए। राजदा अपनी बेटियों को भी जमीन में हिस्सा देंगी

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो ने मोबाइल वाणी के माध्यम से सकिता से साक्षात्कार लिया ।सकिता ने बताया कि ये मोबाइल वाणी पर प्रसारित कार्यक्रम सुनती हैं और इनको अच्छा लगता है। पहले ये सोचती थी कि बेटा और बहू को सम्पत्ति का अधिकार देंगी। मगर कार्यक्रम सुनकर इनका विचार बदल गया है। अब ये अपनी बेटी को भी बेटा के समान सम्पत्ति में अधिकार देंगी

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो ने मोबाइल वाणी के माध्यम से कनीजा से साक्षात्कार लिया ।कनीजा ने बताया कि ये बहुत दिनों से गोंडा मोबाइल वाणी पर प्रसारित कार्यक्रम सुन रही हैं और सुनकर इनके जीवन में काफी बदलाव आया है। इनको पहले महिलाओं के हक़ के बारे में नही पता था। पहले ये बेटियों को सम्पत्ति देने के बारे में नही सोचती थीं , मगर अब जितना बेटा को सम्पत्ति देंगी उतना ही बेटी को भी देंगी। समाज में सदियों से ऐसा देखा जाता है कि शादी के बाद महिला का पैतृक सम्पत्ति में अधिकार नहीं होता है और ससुराल में सास - ससुर के मृत्यु के बाद ही सम्पत्ति मिलता है। घर के सभी सदस्यों को इन्होने कार्यक्रम सुनाया है। यह एक ऐसा मंच है जहां औरतों को आगे बढ़ाने की बात होती है।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो ने मोबाइल वाणी के माध्यम से कविता से साक्षात्कार लिया ।कविता ने बताया कि ये मोबाइल वाणी पर प्रसारित कार्यक्रम सुनती हैं और इनको बहुत अच्छा लगता है। कार्यक्रम में महिलाओं के अधिकार , शिक्षा का महत्त्व,इत्यादि पर बात की गई है। कार्यक्रम को सुनकर कई औरतें आगे बढ़ने का प्रयास कर रही हैं और अपने पैरों पर खड़ी होने के बारे में सोच रही हैं । कविता के ऊपर भी कार्यक्रम का प्रभाव पड़ा और ये अपने बेटा के बराबर बेटी को भी सम्पत्ति का अधिकार देंगी।

सोनू का कहना है

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो ने मोबाइल वाणी के माध्यम से नीलू से साक्षात्कार लिया ।नीलू ने बताया कि ये मोबाइल वाणी पर प्रसारित कार्यक्रम सुनती हैं और इनको अच्छा लगता है। कार्यक्रम में लड़कियों के हक़ - अधिकार के बारे में बताया जाता है। शिक्षा के महत्व के बारे में भी जानकारी दी जाती है। पहले ये लडकियोंको जमीन या सम्पत्ति में हिस्सा देने को लेकर गंभीर नही थी। मगर कार्यक्रम सुनकर इनकी सोच बदली है और इन्होने तय कर लिया है कि ये अपनी बेटियों को सम्पत्ति में हिस्सा देंगी।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से अनम से साक्षात्कार लिया । अनम का कहना है ये मोबाइल वाणी पर प्रसारित कार्यक्रम डेढ़ महीने से सुन रही हैं। कार्यक्रम सुनकर महिलाओं को आगे बढ़ने का हौसला मिल रहा है और कई महिलाएं आगे बढ़ चुकी हैं। ससुराल में इनकी लड़ाई सास और ननद से हुई तो सास ने इनको अलग कर दिया और सम्पत्ति,जमीन में हिस्सा या घर का समान कुछ भी इनको नही दिया। इन्होने अपनी सास को कार्यक्रम दो - तीन बार सुनाया और अपने अधिकार के लिए लड़ने की बात की। कार्यक्रम सुनकर सास और ननद ने इनको घर वापस बुलाया।कार्यक्रम सुनकर अनम ने सोच लिया है कि अपनी बेटी को जमीन में अधिकार देंगी। जितना लड़का को सम्पत्ति देंगी उतना ही लड़की को भी देंगी।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से आशुतोष मिश्रा से साक्षात्कार लिया। आशुतोष मिश्रा का कहना है कि कि वो मोबाइल वाणी पर चल रहा कार्य्रक्रम 'अपनी जमीन, अपनी आवाज ' 2 से 3 महीने से सुन रहे है। जब से वो मोबाइल वाणी सुन रहे है, उन्हें लग रहा है की मोबाइल वाणी ही एक ऐसा माध्यम है, जो औरतो के हक़ के लिए बात कर रहा है और जमीनी हक़ के लिए बात कर रहा है। कही पर ऐसा हो रहा है या लोग बात कर रहे है , तो इस कार्यक्रम से काफी प्रभाव पड़ा है। आशुतोष कहना है कि महिलाओं के प्रति सोच पहले से ही अच्छी थी, लेकिन पुराणी कार्य संस्कृति के कारण सोच नहीं पाते थे। हम समाज से उम्मीद रखते थे की ये सब चीज़े होनी चाहिए, लेकिन खुद से वो चीज़े नहीं कर पाते थे। इस कार्यक्रम ने उन्हें और भी प्रोत्साहित किया की , वो भी अपने घर की औरतो , माताओ व बहनो के लिए खड़े हो सके और उन्हें बढ़ावा दे सके। इस कार्यक्रम ने उन्हें प्रेरित किया और इसलिए बदलवा आ रहा है।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से शशि से साक्षात्कार लिया । शशि का कहना है कि मोबाइल वाणी पर चल रहा कार्यक्रम वे सुनती हैं। उन्हें अच्छा लग रहा है। वो इस कार्यक्रम को पिछले कुछ दिनों से सुन रही है। उनका कहना है उनकी सास उन्हें कोई अधिकार नहीं दी थी वे किराये के मकान में अलग रहती थी। अब वे उन्हें बुलाकर घर में रख लिए हैं।शशि का कहना है मोबाइल वाणी सुनकर बहुत सी महिलाएं आगे बढ़ रही हैं। बहुत सी महिलाओं का भला हो रहा है। वे खुद भी अपनी बेटियों को संपत्ति में हिस्सा देंगी। उनकी बेटी उनका हमेशा साथ देगी