उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से रोहित से बातचीत की। रोहित का कहना है मोबाइल वाणी का कार्यक्रम सुनने के बाद उनके सोच में बदलाव आया की महिलाओं को भी जमीन में अधिकार दिया जा सकता है। उन्होंने अपनी पत्नी को भूमि में अधिकार दिया है। गांव में कुछ जमीन है वहां पर इन्होने अपनी बहन को अधिकार दिया है। रोहित का कहना है भूमि पर अधिकार देने वाला कार्यक्रम उन्हें बहुत ही अच्छा लग रहा है। कार्यक्रम सुनने के बाद उन्हें पता चला कि महिलाओं के लिए शिक्षा बहुत जरूरी है। अब वे अपनी बहन को पढ़ने के लिए कहा है।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से गुड़िया से बातचीत की। गुड़िया का कहना है मोबाइल वाणी पे जो कार्यक्रम चल रहा है उसे सुनने के बाद उनके जीवन में बहुत बदलाव आया है। उन्होंने बताया कि उनके माता पिता उन्हें पढ़ाना चाहते थे लेकिन उनकी स्थिति खराब थी जिसके वजह से वे उन्हें पढ़ाने में असमर्थ थे। लेकिन उन्होंने काफी प्रयास किया,कोचिंग किया और अपनी पढ़ाई पूरी की। इससे उनके जीवन में बदलाव आया वे जॉब करती हैं। बगल के बच्चे उन्हें मैम बोलते हैं। मोबाइल वाणी का कार्यक्रम सुनकर उन्हें काफी फायदा हुआ

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से ममता से बातचीत की। ममता का कहना है मोबाइल वाणी का कार्यक्रम वे हमेशा सुनती हैं उन्हें यह कार्यक्रम अच्छा लगता है। मोबाइल वाणी पर चल रहे कार्यक्रम जिसमे महिलाओं के हक़ अधिकार के बारे में बताया गया। इससे उनके जीवन में बहुत बदलाव आया है। उन्होंने बताया उनके घर में उनकी बहुओं के साथ हमेशा लड़ाई होती थी , इसलिए उन्हें अलग रहने के लिए बोल दिया था। लेकिन कार्यक्रम सुनने के बाद उन्होंने अपनी बहुओं को उनका हक़ अधिकार दे दिया और अपने साथ रहने के लिए ले आई।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो ने मोबाइल वाणी के माध्यम से सुचिता से साक्षात्कार लिया ।सुचिता ने बताया कि ये मोबाइल वाणी पर प्रसारित कार्यक्रम सुनती हैं और इनको बहुत अच्छा लगता है। कार्यक्रम में महिलाओं के भूमि अधिकार,शिक्षा का महत्त्व,इत्यादि पर बात की गई है। कार्यक्रम को सुनकर कई औरतें आगे बढ़ने का प्रयास कर रही हैं और अपने पैरों पर खड़ी होने के बारे में सोच रही हैं। सुचिता के ऊपर भी कार्यक्रम का प्रभाव पड़ा एवं उन्होंने सिलाई का काम शुरू कर दिया है। इस छोटे से कारोबार से सुचिता पैसे कमाएंगी और अपने घर की स्थिति में सुधार लाएंगी।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो ने मोबाइल वाणी के माध्यम से गरिमा से साक्षात्कार लिया ।गरिमा ने बताया कि ये और इनका परिवार मोबाइल वाणी पर प्रसारित कार्यक्रम सुनते हैं। कार्यक्रम में महिलाओं के अधिकार तथा उनको आगे बढ़ाने की बात की गई है। यह कार्यक्रम अच्छा लगता है और कार्यक्रम सुनकर इनके जीवन में बदलाव आया है। गरिमा अपने ससुराल में नही रहती थीं। इनके सास - ससूर इनको सम्पत्ति में अधिकार भी नही देना चाहते थे। मगर कार्यक्रम सुनकर सास - ससूर का व्यवहार बदला और इनको सम्पत्ति दिया एवं ससुराल रहने के लिए वापस बुलाया। अब गरिमा परिवार के साथ हंसी - ख़ुशी ससुराल में रहती हैं।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो ने मोबाइल वाणी के माध्यम से फरजाना से साक्षात्कार लिया ।फरजाना ने बताया कि ये मोबाइल वाणी सुनती हैं। इनके घर में दो बहुएं हैं। दोनों के बीच बहुत लड़ाई - झगड़ा होता था,इसलिए इन्होने दोनों बहुओं को अलग कर दिया था। कार्यक्रम सुनकर जाना कि बहुओं का भी घर में अधिकार होता है। इस जानकारी के बाद इन्होने अपने बेटे और बहु को वापस घर बुला लिया। अब सब परिवार मिल कर रहते हैं।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो ने मोबाइल वाणी के माध्यम से सोनाली से साक्षात्कार लिया । सोनाली ने बताया कि इनको 'अपनी जमीन अपनी आवाज' कार्यक्रम बहुत अच्छा लगता है। इस कार्यक्रम से इनको कई जानकारियां प्राप्त हुई है। पहले सोनाली अपनी लड़कियों की शिक्षा के प्रति बहुत उदासीन थी और इनकी सोच बहुत संकीर्ण थी। इनका मानना था कि लड़कियों को घर से बाहर नही जाना चाहिए,बल्कि घर पर ही रहना चाहिए। लेकिन कार्यक्रम सुनकर इनके सोच में बदलाव आया और बेटियों को शिक्षित करने के बारे में सोचने लगी।फिर बिना देर किए बेटियों का स्कूल में दाखिला करवा दिया। सोनाली चाहती हैं कि इनकी बेटियां जीवन में आगे बढ़ें और उन्नति करें।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो ने मोबाइल वाणी के माध्यम से दिव्या से साक्षात्कार लिया ।दिव्या ने बताया कि ये पिछले कुछ महीनों से लगातार मोबाइल वाणी पर प्रसारित कार्यक्रम 'अपनी जमीन अपनी आवाज' सुन रही हैं। कार्यक्रम में महिलाओं के हक़ और शिक्षा के महत्त्व के बारे में बताया जाता है। महिलाएं आत्मनिर्भर बनें कार्यक्रम में इस पर भी जोर दिया जाता है। कार्यक्रम सुनकर इनकी सोच में बदलाव आया और इन्होने अपने खेत में काम करना शुरू कर दिया। दिव्या पहले अपने खेत में दूसरों से खेती के काम करवाती थी। अब खुद अपने हाथों से खेतों में लगभग सभी खेती सम्बंधित कार्य करती हैं। मोबाइल वाणी के कार्यक्रम ने इनकी ज़िन्दगी बदल दी है।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से विभा से साक्षात्कार लिया। विभा का कहना है कि वो मोबाइल वाणी पर चल रहे 'अपनी जमीन, अपनी आवाज' कार्य्रक्रम काफी दिनों से सुन रही है। कार्यक्रम के माध्यम से उनके जीवन में अदभुत  बदलाव आया है। विभा के पति नहीं है और उनका एक छोटा सा बच्चा भी है। शादी के 2 साल के बाद ही उनके पति का देहांत हो गया और लोगों ने मनहूस कहकर उन्हें घर से भी निकाल दिया। मायके वालों ने साथ दिया लेकिन, भाई उतना सपोर्ट नहीं करते थे। भाईयों को लगता था की जब बहन की शादी हो गई है , तो उनका हक़ ससुराल में मिलना चाहिए, मायके में उनका हक़ नहीं होता है। विभा बहुत लंबे समय तक एक झोपड़ी में रहती थी। उनके पिताजी पुराने सोच वाले थे और ऐसे सोच वाले लोगों को कहाँ पता होता था, की कैसे बेटों के खिलाफ जाके अपनी बेटी को हिस्सा दिलाना है ? लेकिन जब विभा ने अपने पिताजी को मोबाइल वाणी पर प्रसारित कार्यक्रम 'अपनी जमीन अपना अधिकार' सुनाया, कार्यक्रम से प्रभावित होकर, उनके पिताजी ने विभा के नाम खेत और गाँव की थोड़ी सी जमीन का हिस्सा उन्हें दिया। कार्यक्रम के माध्यम से ही विभा को भूमि में हिस्सा मिला और आज वो आत्मनिर्भर हैं।कार्यक्रम से जानकारी प्राप्त कर के विभा के पिताजी ने समाज और लोगों की परवाह न करते हुए अपनी बेटी को पैतृक संपत्ति में अधिकार दिया। विभा बहुत खुश हैं और मोबाइल वाणी का आभार व्यक्त कर रही हैं ।