उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो ने मोबाइल वाणी के माध्यम से फिजा से बातचीत की। फिजा का कहना है कि महिलाओं को नेतृत्व की भूमिकाओं में बढ़ावा देने और निर्णय लेने की प्रक्रिया में उनकी भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रयास जरूर किए जा सकते हैं। महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए उनका पढ़ना लिखना बहुत जरुरी है और उन्हें आगे ले जाना समाज का भी काम है। जब परिवार साथ देगा तो महिलाये अपने आप ही आगे बढ़ेंगी। महिलाओं का शिक्षित होना बहुत जरुरी है, शिक्षित महिला अपने अधिकारों के बारे सोच सकती है। शिक्षित महिला स्वतंत्र रूप से कार्य कर सकती है

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो ने मोबाइल वाणी के माध्यम से शबनम से बातचीत की। शबनम का कहना है कि महिलाओं को नेतृत्व की भूमिकाओं में शामिल होना जरुरी है। महिलाओं के अपने बच्चो की अच्छी परवरिश करनी चाहिए। महिलाओं का पढ़ा लिखा होना बहुत जरुरी है। उन्हें अच्छी तालीम देना बहुत ही जरुरी है

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से कमला देवी से बातचीत की। कमला देवी का कहना है कि महिलाओं को अपने हक और अधिकार लेना है तो सबसे पहले उन्हें पढ़ा लिखा होना जरूरी है तभी वे भूमि अधिकार ले सकती हैं। यदि वे पढ़े लिखे रहेंगे तो कोई भी फैसला ले सकते हैं। लेकिन सबसे जरूरी है वे भूमि अधिकार लेने के लिए वे पढ़े लिखे हो।महिलाओं को उद्यमी बनाने के लिए सरकार ने बहुत योजनाएं निकाली हैं जैसे राशन कार्ड महिलाओं के नाम पर की गयी हैं। वे कहीं पर मजदूरी कर सकती हैं और सशक्त बन सकती हैं

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से ज्ञान सिंह से बातचीत की।ज्ञान सिंह का कहना है महिलाओं की राय लेना परिवार के लिए बहुत जरूरी रहता है। साथ ही महिलाओं का शिक्षित होना बहुत जरूरी है वे शिक्षित रहेंगी तो बहुत कुछ कर सकती हैं। उनका कहना है ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए बहुत सारी योजनाए निकाली गयी हैं जैसे वे मुद्रा लोन ले सकती हैं और कोई व्यवसाय शुरू कर सकती हैं

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से रामतीरथ से बातचीत की। रामतीरथ का कहना है महिलाएं अपना निर्णय खुद ले सकती हैं। महिलाओं को पैतृक संपत्ति में हिस्सा नहीं मिलना चाहिए। उनका कहना है महिलाएं अपनी जिम्मेदारियाँ निभा सकती हैं लेकिन वो घर के काम सम्बंधित जिम्मेदारियां हैं बाहर की जिम्मेदारियां निभाने के लिए वे सक्षम नहीं हैं

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो ने मोबाइल वाणी के माध्यम से संचिता से बातचीत की। संचिता का कहना है महिलाओं को जागरूक होने के लिए शिक्षित होना जरूरी है यदि वे शिक्षित रहेंगी तो आगे बढ़ सकती हैं। उनका कहना है यदि उनके पति उन्हें संपत्ति का अधिकार देंगे तो वे ले लेंगी।लेकिन वे अधिकार देंगे तभी तो वे लेंगे। महिलाओं को जागरूक होना बहुत जरूरी है उन्हें अपना रहन सहन सही से रखना चाहिए

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो ने मोबाइल वाणी के माध्यम से जिया खान से बातचीत की। जिया खान का महिलाओं के लिए शिक्षित और जागरूक होना महत्वपूर्ण है। यदि वे शिक्षित रहेंगी तो कहीं आना जाना आसानी से कर सकती हैं कहीं बात चित करने में आसानी होगी ।यदि वे पढ़ी लिखी रहेंगी तो कहीं नौकरी कर सकती हैं कोई सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी तो प्राइवेट कंपनी में कर सकती हैं या फिर ट्यूशन पढ़ा सकती हैं।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो ने मोबाइल वाणी के माध्यम से कंचन से बातचीत की। कंचन का कहना है यदि घर में गरीबी की स्थिति है तो महिलाओं को कुछ काम करना चाहिए जैसे खेती बाड़ी कर सकती हैं कोई फैक्ट्री में काम कर सकती हैं। इससे उनकी गरीबी दुर होगी। आज के जमाने में सोचते हैं कि लड़की है कुछ नहीं कर सकती हैं। लड़कियों को पढ़ा कर क्या करेंगे वे ससुराल चली जायेंगी लड़कों को पढ़ायेंगे तो वे घर में रहेंगे लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए लड़कियां यदि पढ़ेंगी तो दूसरों के घर भी जायेंगी तो वे वहां रहन सहन सिख सकती हैं आगे बढ़ सकती हैं

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो ने मोबाइल वाणी के माध्यम से रोशनी से बातचीत की। रोशनी का कहना है कि यदि महिलाओं को उनका हक़ अधिकार मिल जाता है तो कुछ महिलाएं घर में बवण्डर मचाती हैं जिससे परिवार के लोग परेशान हो जाते हैं तो कुछ महिलाएं अपने घर परिवार को संभाल कर रखती हैं उनको मिलाकर रखती हैं। उनका कहना है मायके वाले महिलाओं को अधिकार नहीं देंगे क्योंकि उनका मानना होता है कि अधिकार पुरूषों का होता है। ससुराल में अधिकार मिल नहीं रहा तो मायके में कहाँ से मिलेगा