उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से विनीता से बातचीत की।विनीता का कहना है कि महिलाओं को समाज में सम्मान मिलना जरूरी है इसके लिए शिक्षा जरूरी है तभी उन्हें अधिकार मिलेगा इसके लिए जागरूकता भी जरूरी है। पुरूष और महिलाओं को एक साथ मिलकर कार्य करना चाहिए ताकि समाज में बराबरी बनी रहे। हरेक चीज में महिलाओं को आगे बढ़ना चाहिए।
कड़ी संख्या-18;अपनी जमीन, अपनी आवाज - सुरक्षित भूमि अधिकार: महिला सशक्तिकरण और खाद्य सुरक्षा की कुंजी
बिहार के नवादा जिले के एक गांव में रहने वाली फगुनिया या फिर उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के किसी गांव में रहने वाली रूपवती के बारे में अंदाजा लगाइये, जिसके पास खुद के बारे में कोई निर्णय लेने की खास वज़ह नहीं देखती हैं। घर से बाहर से आने-जाने, काम काज, संपत्ति निर्माण करने या फिर राजनीतिक फैसले जैसे कि वोट डालने जैसे छोटे बड़े निर्णय भी वह अक्सर पति या पिता से पूछकर लेती हो? फगुनिया और रूपवती के लिए जरूरी क्या है? क्या कोई समाज महज दो-ढाई महिलाओं के उदाहरण देकर उनको कब तक बहलाता रहेगा? क्या यही दो-ढ़ाई महिलाएं फगुनिया और रूपवती जैसी दूसरी करोड़ों महिलाओं के बारे में भी कुछ सोचती हैं? जवाब इनके गुण और दोष के आधार पर तय किये जाते हैं।दोस्तों इस मसले पर आफ क्या सोचते हैं अपनी राय रिकॉर्ड करें .
सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से धनीराम से साक्षात्कार लिया। धनीराम ने बताया कि हक़ देने के लिए महिलाओं को पहले शिक्षित करना होगा। महिलाओं को बराबरी का हक मिलना चाहिए। ये अपने परिवार में महिलाओं को बराबरी देंगे
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से आशी से साक्षात्कार लिया। आशी ने बताया कि औरतों को उनका हक़ मिल जाएगा तो परिवार और समाज में उनका सम्मान होगा। महिलाओं को बराबरी का हक मिलना चाहिए। ये अपने परिवार में महिलाओं को बराबरी देंगे। शिक्षा महिलाओं के लिए बहुत जरुरी है। महिला शिक्षित होगी तो नौकरी कर सकती और जो चाहती है वो सब कुछ करना आसान हो जाएगा। ये अपने परिवार में महिलाओं को हक़ देने की पक्षधर हैं
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से राम अचल से साक्षात्कार लिया। राम अचल ने बताया कि औरतों को उनका हक़ मिल जाएगा तो पुरुष और महिला काम करेंगे तथा समाज में बदलाव होगा। इनके परिवार में महिलाओं को बराबरी का हक है । ये अपने परिवार में महिलाओं को बराबरी देंगे। शिक्षा महिलाओं के लिए बहुत जरुरी है। महिला शिक्षित होगी तो नौकरी कर सकती हैं।
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बीपत से साक्षात्कार लिया। बीपत ने बताया कि महिलाओं को बराबरी का हक शिक्षा के माध्यम से भी मिल सकता है। हक़ मिलने पर महिलाएं अपने पैरों पर खड़ी हो सकेंगी और सक्षम होंगी। बराबरी का हक़ होगा एवं महिलाएं सक्षम होंगी तो समाज और परिवार में उनकी राय ली जाएगी।
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से रूचि से बातचीत की। रूचि का कहना है यदि महिलाओं को बराबरी का हक़ दे दिया जाए तो समाज में बहुत बदलाव आएगा इससे बेहतर समाज के निर्माण में मदद मिलेगी । यदि एक घर में एक महिला को हक़ मिलता है तो दूसरे लोग भी देख कर अपने घर की महिलाओं को हक़ देते हैं। बेटी बचाव बेटी पढ़ाओ का योजना निकाला गया है लेकिन बेटा बेटी सभी को बराबर पढ़ाना चाहिए। महिलाओं को परिवार के निर्णय लेने के लिए हमेशा आगे आना चाहिए परिवार के महत्वपूर्ण निर्णय में उनकी भी राय ली जाए। उनका कहना है वे चाहेंगे कि उनके घर की महिलाओं को भी बराबर का हक़ दिया जाए।
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से जीतन से बातचीत की। जीतन का कहना है महिलाओं का सबसे पहले पढ़ा लिखा होना जरूरी है। यदि वे शिक्षित रहेंगी तो समाज में वे काम कर सकती हैं अपना निर्णय खुद ले सकती हैं। उनका कहना है जितना बेटों का अधिकार रहता है उतना बेटियों को अधिकार मिलता है तो समाज में उनका इज्जत बढ़ेगा
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से शीलू से बातचीत की। शीलू जी ने कहा कि औरतों को उनका हक़ अधिकार मिल जाता है तो वे बहुत कुछ कर सकती हैं जैसे कि वे खेतों में काम कर सकती हैं सिलाई बुनाई का काम कर सकती हैं। महिलाएं अभी भी बहुत पीछे हैं। कुछ महिलाओं को अधिकार मिलता है तो वे बहुत घमंड करती हैं लेकिन कुछ महिलाएं अपने परिवार को जोड़ कर रखती हैं। उनका कहना है महिलाओं को को शिक्षित होना जरूरी है तभी समाज में उनका हक मिलेगा। उन्हें रहन सहन बेहतर तरीके से करने की जानकारी मिलती है समाज में उठने बैठने की शिक्षा मिलती है