विकास श्रीवास्तव का कहना है औरतों को जमीन में अधिकार मिलना चाहिए। औरतों को पढ़ना लिखना भी जरूरी है बिना शिक्षा के कुछ नहीं है इससे जीवन का निर्माण होता है बिना शिक्षा के कुछ नहीं। महिलाओं को जमीन से जुड़ा जाए साथ ही शिक्षित किया जाए तो वे कुछ कमा सकती हैं

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से मयंक से बातचीत की। मयंक का कहना है महिलाओं को अपना अधिकार लेना चाहिए लेकिन वे अपना निर्णय ले नहीं पाती हैं क्योंकि उन्हें जानकारी नहीं होती है। महिलाओं को शिक्षा मिलना जरूरी है इससे उन्हें ज्ञान प्राप्त होगा और वे जागरूक हो पायेंगी।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से रोशन से बातचीत की। रोशन का कहना है महिलाओं का पढ़ाई लिखाई जरूरी है यदि वे पढ़ी लिखी रहेंगी तो जागरूक हो पायेंगी। साथ ही यदि महिलाओं को भूमि अधिकार दे दिया जाता है तो बिना पढ़े लिखे वे कुछ नहीं कर पायेंगी। इसके लिए उन्हें पढ़ा लिखा होना चाहिए तभी भूमि अधिकार का सही उपयोग कर सकती हैं।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से महेंद्र से बातचीत की। महेंद्र का कहना है कि महिलाएं खुद का निर्णय नहीं ले पाती है उसके लिए उन्हें शिक्षित करना चाहिए उन्हें जागरूक करना चाहिए। साथ ही उनका कहना है शिक्षा देने पर महिलाएं जागरूक होंगी और अपने अधिकारों को प्राप्त कर पायेंगी

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से विशाल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से गीता श्रीवास्तव से बातचीत की। गीता का कहना है औरतों को जमीन में अधिकार मिलना चाहिए। साथ ही महिलाओं को पढ़ना चाहिए साथ ही कोई भी निर्णय में औरतों की राय लेना जरूरी है। उनका कहना है महिलाओं को यदि जमीन का अधिकार मिल जाए तो वे खेती कर सकती हैं और कमाई का जरिया बना सकती हैं।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से विशाल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से कमला से बातचीत की। कमला का कहना है महिलाओं का पढ़ी लिखी होना जरूरी है। यदि वे पढ़ी लिखी रहती हैं तो वे नौकरी ,व्यवसाय कर सकती हैं बच्चों को पढ़ा सकती हैं। उनका कहना है महिलाओं को जमीन का अधिकार मिलता है तो वे खेती कर सकती हैं। महिलाएं यदि शिक्षित रहेंगी तो कुछ भी कर सकती हैं

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से विशाल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से रूही से बातचीत की।रूही का कहना है महिलाओं को खुद का निर्णय लेने का अधिकार नहीं होता क्योंकि लड़कियों को शुरुआत से ही सिखाया जाता है कि वे कोई भी निर्णय अपने घर वालों से पूछ कर लें। जब लड़कियां मायके में होती हैं वे अपने पिता से पूछती हैं और जब वे ससुराल में होती हैं अपने पति से पूछकर निर्णय लेती हैं क्योंकि ससुराल में केवल पुरूषों का ही चलता है

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से विशाल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से साबरीन से बातचीत की।साबरीन का कहना है महिलाओं को कोई हक़ अधिकार रहता है लेकिन महिला पुरुषों से पूछ लेते हैं क्योंकि बिना पूछे महिलाएं कोई निर्णय लेती हैं तो पुरूष उन्हें मारते पीटते हैं। उनका कहना है बहुत सी महिलाएं निर्णय नहीं लेना चाहती हैं उनका मानना होता है कि वे महिला होके कहाँ कोर्ट कचहरी का चककर काटेंगी।

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से तन्वी से बातचीत की।तन्वी परिवार में अपना निर्णय बड़ों से पूछ कर ही लेना चाहिए यदि वे लड़की हैं तो अपने पिता से पूछ कर ले सकती हैं। क्योंकि बड़ों द्वारा लिया गया निर्णय कभी बुरा नहीं होता है वे हमारे लिए हमेशा अच्छा ही सोचते हैं। उनका कहना है महिलाओं को शिक्षित होना बहुत जरूरी है यदि महिलाएं शिक्षित रहेंगी तो कोई भी व्यवसाय कर सकती हैं कोई नौकरी कर सकती हैं ,अपने बच्चों को पढ़ा सकती हैं। सभी महिलाओं को उनका अधिकार मिलना जरूरी है

उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से जयप्रभा से बातचीत की। जयप्रभा ने बताया कि औरतों को खुद के निर्णय लेने का पूरा अधिकार है ,अपने अनुसार किसी को वोट देने का भी अधिकार है। उनका कहना है महिलाओं के लिए शिक्षित होना बहुत जरूरी है यदि वे शिक्षित रहेंगी तो वे अपने बच्चों को पढ़ा सकती हैं जॉब कर सकती हैं। साथ ही यदि उन्हें उनका पूरा अधिकार मिल जाएगा तो परिवार में उनका मान सम्मान बढ़ जायगा और वे आगे बढ़ेंगी ।