उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से मनु सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं की भारत के संविधान के अनुसार सम्मानजनक जीवन मौलिक अधिकारों के अंतर्गत आता है। लेकिन इस विरोधाभास की ओर इशारा करता है जो हमारे संविधान के भीतर उभरता है जब भूमि अधिकारों की बात आती है तो यह विरोधाभास कृषि के कारण है कृषि भूमि को राज्य का विषय माना जाता है और विरासत एक समवर्ती सूची का विषय है
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से मनु सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं भूमि अधिकार एक महत्वपूर्ण मानव अधिकार मुद्दा है क्योंकि यह भोजन, आश्रय और सुरक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं तक पहुंचने लायक बनाता है।महिलाओं की गरिमा और भूमि अधिकारों के प्रति सम्मान को ध्यान में रखे बिना हासिल करने के लिए मौलिक हैं। मानवाधिकारों के मुद्दों से जुड़ा हिस्सा अधूरा है क्योंकि गरिमा के साथ जीने का अधिकार वास्तव में भारतीय संविधान में निहित है और सभी मनुष्यों की अंतर्निहित गरिमा मानवाधिकारों की सार्वभौमिक है
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से मनु सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि पृथ्वी के प्राकृतिक पर्यावरण और मानव समाजों के लिए अच्छी तरह से प्रलेखित और बढ़ते जा रहे हैं।वर्षा पैटर्न और अधिक चरम मौसम में परिवर्तन के लिए जलवायु प्रणाली में परिवर्तनों में अच्छी तरह से प्रलेखित और समग्र वार्मिंग रुझान बढ़ रहे हैं। जलवायु परिवर्तन सहित या प्राकृतिक पर्यावरण को प्रभावित करता है जैसे कि अधिक तीव्र जंगल की आग पिघलती पर्माफ्रॉस्ट मरुस्थलीकरण। ये परिवर्तन पारिस्थितिकी तंत्र और समाजों को प्रभावित करते हैं और एक बार चरम बिंदु को पार करने के बाद अपरिवर्तनीय हो जाते हैं। जलवायु परिवर्तन के प्रभाव समय और स्थान के अनुसार भिन्न होते हैं। अब तक, आर्थिक जलवायु परिवर्तन ने अन्य क्षेत्रों की तुलना में तेजी से गर्म होने का कारण बना है, जिसमें भूमि की सतह पर हवा का तापमान समुद्र के ऊपर की तुलना में लगभग दोगुना अधिक है।
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से मनु सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि मनुष्य कई तरह से जलवायु परिवर्तन के प्रति संवेदनशील हैं। पर्यावरणीय परिवर्तनों से भोजन और ताजे पानी के स्रोतों को खतरा हो सकता है
पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण हेतु पूरे विश्व में 5 जून को मनाया जाता है।
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से मनु सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि भारतीय नारियां पूरे विश्व में सर्वश्रेष्ठ हैं। भारतीय नारी की पहचान केवल सुंदरता नहीं, अपितु उनके गुण, सादगी और विनयशीलता है। भारत एक ऐसा देश है जहाँ महिलाओं में अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग परंपराएँ और संस्कृतियाँ मौजूद हैं। हमें अपनी संस्कृति और परंपरा को बनाए रखना है, लेकिन उसके नाम पर जो कुरुतियाँ और अंधविश्वास है उसे समाप्त करना है। लड़कों और लड़कियों के बीच के अंतर को समझे बिना बचपन से ही उनमें संस्कृति स्थापित करना बहुत महत्वपूर्ण है।
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि महिलाओं को नहीं मिल रहा काम
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानो मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि मनरेगा कार्य में लोगो को मिल रहा है रोजगार
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से मनु सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि स्वतंत्रता के पश्चात् भारतीय नारी की स्थिति में क्रांतिकारी बदलाव आया। वह घर की चारदिवारी से बाहर निकलकर देश के बहुआयामी विकास में अमूल्य योगदान देने लगी। आज हमारे देश की महिलाएं देश के बहुआयामी विकास में राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, वैज्ञानिक और सामाजिक-सभी क्षेत्रों में घर की चार दीवारों से निकलकर अमूल्य योगदान देना शुरू कर चुकी हैं।
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से मनु सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि हर धर्म में महिला शक्ति को सर्वोच्च स्थान दिया गया है। इस फेर में यहां तक कहा जाता है कि जहां नारी की पूजा नहीं होती वहां देवताओं का वास नहीं होता।भारतीय संस्कृति में महिलाओं के सम्मान को बहुत महत्व दिया जाता है।
