उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से रीना से साक्षात्कार लिया। रीना ने बताया कि पिता की सम्पत्ति में बेटियों का अधिकार मिलना चाहिए। गार्जियन अगर बच्चों को अच्छे से लैंगिक समानता के बारे में अच्छे से समझायेंगे,तो सम्पत्ति को लेकर भाई - बहन के बीच मनमुटाव नही होगा। लड़कियों का शिक्षित होना लड़कों से ज्यादा जरुरी है। परिवार और बच्चे लड़की पर ज्यादा निर्भर रहते हैं। वो खुद शिक्षित होगी तो शिक्षा का महत्व जानेगी और बच्चों को सिखाएगी
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से वेदप्रकाश श्रीवास्तव से साक्षात्कार लिया। वेदप्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि पिता की संपत्ति में बेटियों का पूरा अधिकार मिलना चाहिए।सम्पत्ति के लिए भाई बहन का रिश्ता ख़राब करने वाले गलत करते हैं। बेटा और बेटी बराबर है।
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से कविता सिंह से साक्षात्कार लिया। कविता सिंह ने बताया कि बेटियों को पिता की सम्पत्ति पर हक़ होना चाहिए। बेटियां यदि हिस्सा लेती हैं तो भाई - बहन के रिश्ते में दरारें या मनमुटाव आ जाती है।पैतृक सम्पत्ति में अविवाहित बेटियां हिस्सा ले सकती हैं,मगर विवाहित बेटियां नही ले सकती हैं । सभी अधिकार पुरुष ले लेंगे तो महिलाएँ क्या करेंगी ?महिलाओं को हर चीज में बराबर का अधिकार मिलना चाहिए।
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानू ने मोबाइल वाणी के माध्यम से संगीता से साक्षात्कार लिया। संगीता ने बताया कि महिलाओं को पिता की सम्पत्ति में अधिकार मिलना चाहिए। ज्यादातर ग्रामीण महिलाएं अशिक्षित होती हैं,इसलिए उन्हें अपने अधिकारों की जानकारी नही होती है। पुरुष कुछ बताते नही हैं और महिलाओं को दबा कर रखते हैं । ग्रामीणों की सोच होती है कि लड़कियों को ज्यादा पढ़ा कर कुछ फायदा नही है। जीवन में इनको चूल्हा - चौका करना होता है और इनकी शादी में खर्च भी होता है ।
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से सारिका श्रीवास्तव से साक्षात्कार लिया। सारिका श्रीवास्तव ने बताया कि अविवाहित बेटियों को पिता की संपत्ति में हिस्सा मिलना चाहिए और विवाहित बेटियों को ससुराल में हिस्सा मिलना चाहिए। माता - पिता बेटी को पढ़ाते - लिखते हैं एवं शादी कर देते हैं। फिर उनका हिस्सा मायके में नही मिलना चाहिए। माता - पिता ख़ुशी से अपनी बेटी को हिस्सा देना चाहते हैं टो भाई को दिक्कत नही होनी चाहिए। बेटी अगर जबरदस्ती हिस्सा मांगेगी तो मन मुटाव जरूर होगा।
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानू ने मोबाइल वाणी के माध्यम से निर्मला से साक्षात्कार लिया। निर्मला ने बताया कि महिलाओं को भूमि का अधिकार मिलना चाहिए। मगर भाई ख़ुशी - ख़ुशी नही देंगे,इस मांग का विरोध किया जाएगा। ससुराल में भी महिलाओं को सम्पत्ति में अधिकार मिलना चाहिए
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से सायरा बानू ने मोबाइल वाणी के माध्यम से लक्ष्मी सिंह से साक्षात्कार लिया। लक्ष्मी सिंह ने बताया कि पिता के सम्पत्ति में बेटी का हक होना चाहिए,लेकिन लोग देते नही है। लड़की की शादी में दहेज़ दे कर अपना काम पूरा कर देते हैं। अगर महिला अधिकार लेंगी तो उनको देना भी पड़ेगा। पिता और भाई दहेज दे देंगे मगर सम्पत्ति या भूमि में अधिकार नही देंगे।
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से शिवानी श्रीवास्तव से साक्षात्कार लिया।शिवानी श्रीवास्तव ने बताया कि जैसे बेटा माँ -बाप की संतान हैं वैसे ही बेटियां भी होती हैं ,इसलिए पिता की सम्पत्ति में बेटी को भी अधिकार मिलना चाहिए। सम्पत्ति में हिस्सा लेने के मामले में कहीं भाई - बहन के बीच मनमुटाव हो जाता है और कहीं रिश्ता अच्छा बना रहता है
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से गीता जायसवाल से साक्षात्कार लिया। सत्यभामा ने बताया कि बेटियां चाहें तो वो अपने पिता की सम्पत्ति में हिस्सा ले सकती हैं। पिता अपनी मर्जी से बेटी को सम्पत्ति में हिस्सा दे सकते हैं। शादीशुदा बेटी यदि मायके में हिस्सा मांगती है तो भाई- बहन के रिश्ते में दरार आ सकता है। समाज में देखा गया है कि मायके से रिश्ता ख़राब न हो , इस डर के वजह से बेटियां सम्पत्ति में हिस्सा नही लेना चाहती हैं। भाई ख़ुशी - ख़ुशी बहन को हिस्सा देता है तो हमेशा प्यार बना रहेगा।
उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से सारन्धा से साक्षात्कार लिया। सारन्धा ने बताया कि पैतृक सम्पत्ति में बेटों के समान बेटियां भी बराबर की हिस्सेदार हैं। पहले के ज़माने में बेटी की शादी में खर्चा कर के पिता बेटी के तरफ से निश्चिन्त हो जाते थे और उनकी सम्पत्ति में सिर्फ बेटों का अधिकार होता था। परन्तु अब सरकार के प्रयास से भूमि अधिकार पर लड़की के हित में कानून बनाया गया है। यह कानून अच्छा भी है और बुरा भी है। शादीशुदा लड़की मायके में हिस्सा लेने आती है तो मनमुटाव हो जाता है।