उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से मनीषा से बातचीत की। मनीषा का कहना है कि औरतों का भी हक़ बनता है कि वे अपना निर्णय खुद लें क्योंकि वे अपना घर छोड़कर ससुराल आती हैं माँ बाप को छोड़कर आती हैं। महिलाओं के लिए पढ़ाई लिखाई जरूरी है पढ़ाई लिखाई रहेगा तो वे अपना हक़ मांग सकती हैं कोर्ट कचहरी जा सकती हैं। अनपढ़ रहेंगी तो कहीं आना जाना भी नहीं कर पायेंगी ,कुछ समझ भी नहीं पायेंगी क्या करना है