उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से राम तिलक से बातचीत की। राम तिलक का कहना है कि महिलाओं को अपने फैसले लेने का अधिकार है, लेकिन वो अपना फैसला लेती नहीं है। जानकारी और शिक्षा के अभाव के कारण वो अपना फैसला नहीं ले पाती है। पहले के समय में महिलाओं को पढाई-लिखाई से वंचित रखा जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है। महिलायें पहले के समय में पढाई लिखे नहीं करती थी, तो पूरे तरीके से पुरुष पर ही निर्भर रहती थी।