उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से शिव बहादुर सिंह से बातचीत की।शिव बहादुर सिंह का कहना है कि पिता की संपत्ति में जिस तरह से बेटों को अधिकार मिलता है बेटियों का भी अधिकार होना जरूरी है लेकिन इसमें समस्या भी हो सकती है।क्योंकि जमीनी हक देने से तनाव उत्पन्न होता है। यदि लड़की के पास रहने खाने का साधन नहीं होता और कुछ जमीन मिल जाता है तो उनका जीवन बीत जाता है लेकिन जिनके पास जमीन भी नहीं और पैसा भी नहीं है तो उनको बहुत परेशानी होती है और इज्जत भी नहीं होती है। उनका कहना है महिलाओं के लिए शिक्षा जरूरी है। यदि महिलाओं को खेत मिल जाता है तो कुछ उपजा सकती हैं जो खेती नहीं करने सकती दूसरों से करवाती हैं और अपना गुजारा चलाती हैं। परिवार में यदि महिला बालिग है तो महत्वपूर्ण कार्यों पर उनकी सलाह लेनी चाहिए