उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिला सम्पत्ति अधिकार विषय पर कुछ लोगों का कहना है कि यदि महिलाएं अपने ससुराल पक्ष से सक्षम हैं तो उनको अपने पिता की संपत्ति में हिस्सा नहीं मिलनी चाहिए।हिस्सा लेने पर भाई-बहन का रिश्ता बिगड़ सकता है और मायके जाने पर आदर - सत्कार या आवभगत होता है, वो नही हो पाएगा। इसलिए वो मायके में हिस्सा नहीं लेना चाहती हैं। यह लोगों की राय ,सोच और कहना है।महिलाएं ज्यादातर खेतों में काम करती नजर आती हैं। महिलाओं को कृषि से जोड़ने के लिए तथा उन्हें अच्छा उत्पादन देने के लिए प्रशिक्षण देना आवश्यक है। उन्हें कृषि कार्य का ज्ञान होना चाहिए।