उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से सारन्धा से साक्षात्कार लिया। सारन्धा ने बताया कि पैतृक सम्पत्ति में बेटों के समान बेटियां भी बराबर की हिस्सेदार हैं। पहले के ज़माने में बेटी की शादी में खर्चा कर के पिता बेटी के तरफ से निश्चिन्त हो जाते थे और उनकी सम्पत्ति में सिर्फ बेटों का अधिकार होता था। परन्तु अब सरकार के प्रयास से भूमि अधिकार पर लड़की के हित में कानून बनाया गया है। यह कानून अच्छा भी है और बुरा भी है। शादीशुदा लड़की मायके में हिस्सा लेने आती है तो मनमुटाव हो जाता है।