उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि जलवायु पर मानव प्रभाव को समझने के लिए हमें तापमान, वर्षा और जलवायु की प्रकृति को समझने की आवश्यकता है। प्राकृतिक विविधता में इसे अधिक बार प्रभावित करने वाला पहलू यह बताया जा रहा है कि वार्मिंग और कूलिंग लगभग दो से सात होती है। साल भर की जलवायु के बीच एक अनियमित परिवर्तन जो साल दर साल तापमान और वर्षा में महत्वपूर्ण क्षेत्रीय और वैश्विक भिन्नताओं का कारण बनता है।