उत्तरप्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि जलवायु परिवर्तन ने गर्मी की लहर को बदतर बना दिया है, इसके अलावा तूफानों में अधिक तीव्र बड़े और संभावित रूप से लंबे समय तक चलने वाले तूफान आते हैं, जिससे अधिक तीव्र बारिश और बर्फबारी की घटनाएं होती हैं और बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है। सूखा प्राकृतिक कल्याण को खराब करता है और भूस्खलन और जंगल की आग का खतरा बढ़ाता है। मानवीय गतिविधियों को हाल के जलवायु रुझानों के कारण के रूप में पहचाना गया है, जिसमें चरम मौसम की घटनाएं भी शामिल हैं।