उत्तरप्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि घोषणापत्र में कई वादे किए गए थे लेकिन सवाल यह है कि क्या कोई राजनीति है। यदि राजनीतिक दल अपने द्वारा किए गए वादों को पूरा करने में सक्षम नहीं है, तो क्या उन पर कोई कार्रवाई की जानी चाहिए, जैसे कि युवा न्याय से किसान न्याय या नारी न्याय जारी किया गया है? दैनिक घोषणापत्र में जातिगत जनगणना कराने और गरीबी से पीड़ित परिवार की एक महिला को धन देने जैसे कई वादे शामिल हैं, लेकिन कई बार ऐसा भी होता है जब पार्टी अपने वादे से मुकर जाती है।