"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा गन्ने की फसल में लगने वाला पायरिल्ला कीट के बारे में जानकारी दे रहे हैं। विस्तारपूर्वक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें .

उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जीला से के सी चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि कहा जा रहा है कि महिलाओं को संपत्ति का अधिकार दिया जाए या नहीं, इस पर क्षेत्र के लोगों की अलग-अलग राय है। क्षेत्र के कुछ लोगों का कहना है कि महिलाओं को संपत्ति का अधिकार दिया जाना चाहिए और कुछ लोगों का कहना है कि संपत्ति का अधिकार नहीं दिया जाना चाहिए। लेकिन सरकार द्वारा जो कानून बनाया जा रहा है कि महिलाओं को शिक्षा, रोजगार, पेशे आदि दिया जा रहा है तो समानता का अधिकार भी दिया जाना चाहिए। अगर देखा जाए तो अक्सर महिलाओं के पास भूमि और संपत्ति का अधिकार नहीं होता है। भले ही उनके पास संपत्ति का अधिकार न हो, फिर भी वे खेती में लगे हुए रहती हैं। अगर उन्हें संपत्ति का अधिकार मिलता है, तो महिलायें भी सशक्त होंगी। अक्सर देखा जाता है जब संपत्ति के अधिकार की कमी के कारण कई स्थानों पर महिलाओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है अगर उनके पास संपत्ति का अधिकार होगा, तो महिलाएं किसी भी आवश्यकता या किसी भी बच्चे की शिक्षा, रोजगार आदि के अनुसार अपनी जमीन खरीद बिक्री कर सकती हैं। दी गई स्थिति में वह अपनी संपत्ति का उपयोग कर सकती है, अगर उसे संपत्ति का अधिकार मिलता है, तो यह काफी अच्छा होगा और फिर समानता के अधिकार को समानता के अधिकार के रूप में देखा जाएगा।

शर्म नहीं ,सम्मान है हिंदी ही हमारा अभिमान है आज का दिन ख़ास है। आज ही के दिन यानि 14 सितम्बर 1949 को भारत की संविधान सभा द्वारा हिंदी भाषा को राजभाषा का दर्ज़ा मिला और इसी के सम्मान में साल 1953 से प्रतिवर्ष हिंदी दिवस आधिकारिक रूप से मनाया जाता आ रहा है। हिंदी दिवस मानाने का मुख्य उद्देश्य हिंदी भाषा का महत्व को उजागर करना और हर क्षेत्र में हिंदी भाषा के उपयोग को बढ़ावा देना है।

उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिला से नूतन उपाध्याय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से सुशीला कुमार से बातचीत की। सुशीला का कहना है पिता की संपत्ति में बेटियों को हिस्सा मिलना चाहिए लेकिन बेटियों की दान दहेज़ देकर शादी विवाह किया जाता है ,इसलिए शादी के बाद बेटियों का हिस्सा ससुराल में होना चाहिए। यदि मायके में हिस्सा लेती हैं तो भाई बहन के रिश्ते में दरार आ जाता है। उनका कहना है जिस पीड़ा से बेटे जन्म लेते हैं उसी पीड़ा से बेटियां भी जन्म लेती हैं इसलिए दोनों में भेदभाव नहीं करना चाहिए

उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिला से नूतन उपाध्याय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से आलोक कुमार से बातचीत की। बातचीत में अलोक कुमार ने बताया कि बेटी को अपने पिता की संपत्ति में समान अधिकार होने चाहिए क्योंकि पिता बिना किसी भेदभाव के अपने बच्चों का समान रूप से लाड प्यार से पालता है भले ही बच्चा बेटा हो चाहे वह बेटी हो एक समान प्यार से बेटी की देखभाल करता है इसलिए जितना बेटे को अधिकार है उतना ही बेटी का भी अधिकार होना चाहिए।

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की 2021 की रिपोर्ट बताती है कि दुनिया भर में आर्थिक समानता में महिलाओं की संख्या 58 फीसदी है। लेकिन पुरुषों के बराबर आने में उन्हें अभी सदियां लग जाएंगी। 156 देशों में हुए इस अध्ययन में महिला आर्थिक असमानता में भारत का स्थान 151 है। यानी महिलाओं को आर्थिक आजादी और अचल संपत्ति का हक देने के मामले में एक तरह से हम दुनिया में सबसे नीचे आते हैं। दोस्तों आप हमें बताइए कि *----- पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं के जीवन का बड़ा समय इन अधिकारों को हासिल करने में जाता है, अगर यह उन्हें सहजता से मिल जाए तो उनका जीवन किस तरह आसान हो सकता है? *----- महिलाओं के लिए भूमि अधिकारों तक पहुंच में सुधार के लिए कौन- कौन से संसाधन और सहायता की आवश्यकता हैं?

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से के. सी. चौधरी  ने मोबाइल वाणी के माध्यम से  घनश्याम मौर्य से साक्षात्कार लिया।  घनश्याम मौर्य ने बताया कि महिलाओं को सम्पत्ति का अधिकार नही दिया जाना चाहिए। बहन द्वारा सम्पत्ति का अधिकार लेने से भाई - बहन के रिश्ते में दरार आ जाएगा।साथ ही कई अन्य बहुत समस्याएं भी हो सकती है।

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से के. सी. चौधरी  ने मोबाइल वाणी के माध्यम से  रामभजन चौधरी से साक्षात्कार लिया।रामभजन चौधरी ने बताया कि महिलाओं को पैतृक सम्पत्ति में अधिकार नही देना चाहिए। ऐसा होने से भाई - बहन के रिश्ते में दरार आ जाएगा। बहन दिक्कत करेगी और पाटीदार बन जाएगी। भाई मेहनत से कमा के बहन की शादी में खर्चा करेगा और ऊपर से बहन हिस्सा भी लेगी। तो भाई को क्या फायदा है ?

माता-पिता के रूप में जहाँ हम परवरिश की खूबियाँ सीखते हैं, वहीँ इन खूबियों का इस्तेमाल करके हम अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा दे सकते है। आप अपने बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ाने और उन्हें सीखाने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाते है? इस बारे में बचपन मनाओ सुन रहे दूसरे साथियों को भी जानकारी दें। अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए दबाएं नंबर 3.

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से नूतन उपाध्याय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से स्वेता से बातचीत की। स्वेता का कहना है कि पिता की संपत्ति में बेटियों को हिस्सा शादी के पहले मिलना चाहिए शादी के बाद बेटियों का अधिकार ससुराल में होना चाहिए। क्योंकि माँ बाप दान दहेज़ देकर बेटी की शादी कर देते हैं। यदि बेटियां मायके में हिस्सा लेती हैं तो रिश्ते में दरार आ जाती है। अगर मायके में बेटे नहीं हैं तो उनको हिस्सा मिल सकता है वे अपने माता पिता की देखभाल करें इसलिए