उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से नूतन उपाध्याय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि वर्ष दो हजार पाँच में, बेटियों को पैतृक संपत्ति में समान हिस्से का कानूनी अधिकार देने के लिए संशोधन किए गए हैं। यह कानून उन्नीस सौ छप्पन में उन प्रावधानों के लिए बनाया गया था जिनके अनुसार बेटी का पिता की संपत्ति पर उतना ही अधिकार है जितना बेटे का। इसलिए बेटी बेटा में कोई अंतर नहीं होना चाहिए

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से नूतन उपाध्याय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से दुर्गेश से साक्षात्कार लिया। दुर्गेश ने बताया कि बेटियों को पैतृक सम्पत्ति में अधिकार नही मिलना चाहिए। हिस्सा लेने से भाई से मनमुटाव और बिगाड़ हो जाएगा। इनका विचार है कि बेटियों को हिस्सा नहीं लेना चाहिए और अपने नैहर से सम्बन्ध अच्छा रखना चाहिए। वर्तमान डिजिटल युग में बेटा और बेटी में कोई अंतर नही होता है

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से नूतन उपाध्याय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से आयुष्मान से साक्षात्कार लिया। आयुष्मान ने बताया कि इनके लिए बेटी और बेटा एक समान हैं। महिलाओं को पैतृक सम्पत्ति में हिस्सा मिलना चाहिए

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से नूतन उपाध्याय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से ममता मिश्रा से साक्षात्कार लिया। ममता मिश्रा ने बताया कि पैतृक सम्पत्ति में बेटियों को भी अधिकार मिलना चाहिए। बेटी अविवाहित है और उसके पास जीवन यापन का कोई साधन नही है तो इस परिस्थिति में बेटी का सम्पत्ति में हिस्सा बनता है। यदि वो सुखी - संपन्न है और उसका भाई है तो ऐसे में उसका सम्पत्ति में हक़ नही बनता है। बेटियों को शिक्षित करना बहुत जरुरी है। बेटियां शिक्षित होंगी एवं अपने पैरों पर खड़ी होंगी तो उनको सम्पत्ति में हिस्सा लेने की जरुरत ही नही पड़ेगी। वो सक्षम रहेंगी तो अपने परिवार का पालन - पोषण कर पाएंगी

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उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से के. सी. चौधरी  ने मोबाइल वाणी के माध्यम से डब्लू से साक्षात्कार लिया। डब्लू ने बताया कि महिला को सम्पत्ति का अधिकार बहुत पहले ही मिलना चाहिए था। महिलाओं को पैतृक सम्पत्ति का अधिकार मिलना चाहिए। कम जमीन होने पर बंटवारे को लेकर भाई - बहन के बीच कुछ दिक्कतें आ सकती है।

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से रामप्रकाश सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से राजेश्वर मिश्रा से साक्षात्कार लिया। राजेश्वर मिश्रा ने बताया कि महिलाओं को पैतृक सम्पत्ति में अधिकार मिलना चाहिए। यह उनका हक़ है। महिलाएं घर और खेतों में काम करती है। उनके मेहनत का उनको हक़ मिलना चाहिए

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उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से के. सी. चौधरी  ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं को संपत्ति का अधिकार दिया जाना चाहिए या नहीं, क्षेत्र के लोगों की अलग-अलग राय है। कुछ लोग कहते हैं कि हमें संपत्ति का अधिकार नहीं चाहिए,क्योंकि भाई-बहन के रिश्ते में दरार आ जाएगी। जबकि कुछ महिलाओं को संपत्ति का अधिकार चाहिए। पुरुष भी संपत्ति का अधिकार देने से कतराते हैं। संत कबीर नगर के कई युवाओं और बुजुर्गों का मानना है कि पहले ऐसा कानून नहीं था ,तो अब सरकार नया कानून क्यों लागू कर रही है ? लोगों के अनुसार पहले अधिकार देने से पहले महिलाओं को शिक्षित और जागरूक करना चाहिए। सरकार द्वारा महिला शिक्षा को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।

उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से के. सी. चौधरी  ने मोबाइल वाणी के माध्यम से कृपा शंकर से साक्षात्कार लिया। कृपा शंकर ने बताया कि महिलाओं को पैतृक सम्पत्ति देने पर विषम परिस्थिति उत्पन्न हो सकती है। भाई - बहन के रिश्ते में दरार होगा और बहन का मायका छूट जाएगा। सम्पत्ति ले कर बहन समस्याओं से घिर जाएगी। शादी के बाद महिला का ससुराल की सम्पत्ति में हिस्सा दे देना चाहिए