उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से नूतन उपाध्याय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से आलोक कुमार से बातचीत की।आलोक कुमार का कहना है पुत्र और पुत्री दोनों ही एक ही पिता के संतान होते हैं इसलिए दोनों को समान अधिकार मिलना चाहिए,बेटी और बेटे में कोई अंतर नहीं होना चाहिए।हमारे समाज में यह अलग बात है कि पुत्र पिता के साथ रहते हैं और पुत्री शादी कर के ससुराल जाती हैं जहां पर पति की संपत्ति में उनका अधिकार हो जाता है। लेकिन किसी भी अन्य परिस्थिति में अगर बेटी के साथ कोई दुर्घटना या विषम परिस्थिति होती है, तो उसकी आजीविका केवल पिता द्वारा दिए गए उपहार या संपत्ति से ही चल सकती है।