उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से के सी चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से ओमप्रकाश यादव से बातचीत की। ओमप्रकाश यादव का कहना है कि पैतृक संपत्ति में महिलाओं को अधिकार दिया जाना उचित नहीं है। क्योंकि लड़की की शादी कहीं न कहीं संपत्ति बेचकर की जाती है, तो इस तरह समाज में दुर्भावना फैल जाएगी, घर में बहनों-बेटियों को जो सम्मान उनके मायके आने पर मिलती है उसमे कमी आयेगी। सभी लोग चाहते है कि अच्छे से अच्छे घर में उनके बहन या बेटी की शादी हो , लेकिन इसके वजह से वो गरीब से गरीब घर में अपने बहन बेटियों की शादी करना चाहेंगे। हमारे समाज में लगभग दस से बीस वर्षों तक दहेज प्रथा को समाप्त करना असंभव है। इससे भाई बहन के रिश्तो में दरार आ सकता है। पति के संपत्ति में महिलाओं को बराबर का अधिकार मिलना चाहिए।