उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से नूतन उपाध्याय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से पवन त्रिपाठी से बातचीत की। पवन त्रिपाठी का कहना है कि जिस तरह बेटों को पिता की संपत्ति में अधिकार मिलता है उसी तरह बेटियों को भी पिता की संपत्ति में अधिकार मिलना चाहिए। क्योंकि दोनों ही पिता के संतान होते हैं। लड़की और लड़का दोनों समान हैं और समाज के दो पहिये हैं, अगर एक का विकास होता है और दूसरा का विकास नहीं होता है, तो समाज समृद्ध नहीं होगा। अगर समाज समृद्ध नहीं होगा, तो राष्ट्र का विकाश नहीं होगा।अगर बेटे-बेटी दोनों खुश होंगे तो परिवार खुश रहेगा और समाज का विकास होगा। इसलिए जिस तरह बेटों को पिता की संपत्ति विरासत में मिलती है बेटियों को भी मिलना चाहिए