उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से के सी चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि संपत्ति के अधिकार को लेकर कुछ महिलाओं का कहना है कि संपत्ति के अधिकार लेने से भाई-बहन के रिश्ते में दरार आ जाएगी। वही पुरुष प्रधान समाज में पुरुष वर्ग का कहना है कि महिलाओं को संपत्ति का अधिकार नहीं दिया जाना चाहिए। लेकिन सवाल यह उठता है कि जब सरकार महिलाओं को संपत्ति का अधिकार देने की बात करती है, तो पुरुष वर्ग क्यों कतराता नज़र आता है। जब तक महिलाओं को संपत्ति का अधिकार नहीं दिया जाता, तब तक समाज में समानता का अधिकार कैसे देखा जाएगा। महिला वर्ग भी अपने अज्ञानता और शिक्षा की कमी के कारण अभी भी संपत्ति का अधिकार लेने से बहुत पीछे है। इसके लिए जागरूकता अभियान चलाना आवश्यक है ताकि महिलाएं अपने अधिकारों के बारे में जागरूक हो सकें।