उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से नूतन उपाध्याय मोबाइल वाणी के माध्यम से रिंकी यादव से बातचीत की। बातचीत में उन्होंने बताया कि बेटियों को पिता की सम्पत्ति में हिस्सा नहीं मिलना चाहिए। यदि बेटे हैं तो बेटों को हिस्सा मिलना चाहिए क्यूंकि भाई माता पिता की सेवा करते हैं उनका साथ देना चाहिए। माता पिता बेटियों को पढ़ाते लिखाते हैं ,शादी विवाह भी करते हैं दान दहेज़ भी देते हैं विदा भी करते हैं। बेटे अगर हैं तो बेटियों को हिस्सा नहीं मिलना चाहिए। शादी के बाद उनको ससुराल में हिस्सा मिलेगा। बेटियां अगर हिस्सा लेती हैं तो रिश्ते में दरार पड़ सकता है रिश्ते में खटास आ जाती है