उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से सरोज चौधरी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि महिलाओं के कृषि उद्योग में शामिल होने से महिलाओं के आर्थिक विकास के साथ साथ ग्रामीण विकास में भी मदद मिलेगी। स्वयं सहायत समूह छोटे कृषि उद्योग को चलने में मदद कर सकते है, जैसे की दुग्ध उत्पादन, शहद उत्पाद , बागबानी और जैविक खाद निर्माण आदि। महिलाओं को कृषि आधारित उद्योग के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए, विकास कार्यकर्मो से जोड़ना चाहिए।