उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से के सी चौधरी मोबाइल वाणी के माध्यम से पप्पू अग्यारी से बातचीत कर रहे। बातचीत में उन्होंने बताया कि महिलाओं का संपत्ति का अधिकार वर्तमान में जैसे चल रहा है कि जब तक शादीशुदा नहीं होते हैं तब तक उनका भाइयों के साथ बराबर का हक होता है वह सही है लेकिन शादी होने के बाद जैसे चल रहा है कि शादी होने के बाद उसका अधिकार खत्म हो जाता है। इसी तरह से यह सही है। अगर इसके विपरीत किया जाता है शादी के बाद भी अधिकार रहे यह बात गलत है। जिसके पास भाई नहीं हैं उनका तो अधिकार है ही शादी के पहले भी और शादी के बाद भी लेकिन जिनके पास भाई है उनका अधिकार शादी से पहले मायके में होता है शादी के बाद जब वह अपने घर चली जाती है, तो पति के घर की मालकिन हो जाएगी यहां की संपत्ति में पति का अधिकार नहीं है।जो कानून चल रहा सरकार के तरफ से वो सही है।उनका कहना है जब विवाह के बाद ही महिला अधिकार जताती है , तो भाई-बहन के रिश्ते में दरार आ जाएगी स्वाभाविक रूप से। कि वे वहां भी अधिकारी हो यहां भी अधिकारी हों तो रिश्ते में दरार आएगा ही।एक दिन ऐसा आएगा कि कोई भी एक-दूसरे को देखना पसंद नहीं करेगा। झगड़ा कर बैठेगा रोड पे जहां तहाँ।