उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से नूतन उपाध्याय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से पूजा से बातचीत की। बातचीत में उन्होंने बताया कि बेटियों को भी पिता के पैतृक सम्प्पति में अधिकार होने चाहिए क्योंकि आजकल जिनके यहां बेटा नहीं है, तो बेटियाँ ही उनके लिए सब कुछ कर रही हैं, इसलिए उनका मतलब यह भी होना चाहिए कि उन्हें अपनी पैतृक संपत्ति पर अधिकार होना चाहिए। उनका कहना है कि अगर माँ और पिता अच्छे हैं तो पढ़ा लिखा कर किसी को डॉक्टर ,किसी को पुलिस पास या सरकारी सेवा की पढ़ाई करवाते हैं तो ठीक है अगर नहीं करवाते हैं माता माता पिता भी ख्याल नहीं करते हैं जगह या कोई अन्य साधन उन्हें सरकारी सेवा के बारे में शिक्षित करें, मैम, तो ठीक है अगर वे ऐसा नहीं करते हैं बाद में उन्हें और कोई प्रताड़ित करता है, तो बेटियाँ भी उनकी संपत्ति में अधिकारी हो सकती हैं। माता-पिता बेटियों की शादी कर देते हैं तो ससुराल में उन लोगों को भी संपत्ति मिलती है.