उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से के. सी. चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं को समानता का अधिकार सरकार द्वारा दिया गया है, लेकिन महिलाओं को समानता का अधिकार अभी तक नहीं मिल सका है। आकड़े कुछ भी हो लेकिन देखने को यही मिल रहा है, समानता का अधिकार तभी पूरा होगा जब महिलाओं को संपत्ति का अधिकार मिलेगा। जब तक उन्हें संपत्ति का अधिकार नहीं मिलता, उन्हें समानता का अधिकार नहीं मिलने के बराबर है। भारत में अधिकांश महिलाएं खेती किसानी से जुड़ी हुई हैं, लेकिन उन्हें अभी तक संपत्ति का अधिकार नहीं मिला है। सम्पत्ति अधिकार पर कानून भी बनाया गया है, लेकिन कानून लागू नहीं किया जा रहा है। अगर इसे लागू किया जाता है तो महिलाएं भी सक्रिय और सशक्त होंगी। महिलाओं को भूमि का अधिकार दिलाने की लिए समाज में सभी को आगे आना होगा,अगर समाज के सभी प्रमुख लोग आगे आएंगे तो ही महिलाओं का सशक्तिकरण होगा और एक शिक्षित समाज का निर्माण होगा।