उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से अलोक श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि लैंगिक समानता, बेटे और बेटी दोनों के लिए समान अधिकार। वे दोनों समान भागीदार बन गए, जिसे लैंगिक समानता का अधिकार कहा जाता है। पहले केवल बेटे का ही सम्पति का अधिकार होता था लेकिन अब इस युग परिवर्तन में बेटियों को भी सम्पति का अधिकार मिलता है। अब समाज लक्षित हो चुका है जिस कारण समाज में काफी बदलाव आ चूका है। युग बदलेगा तो समाज खुद -ब -खुद बदल जायेगा। समाज में अब सभी अपअपने बेटे बेटियों को पढ़ना चाहते हैं। जिसकी जैसी क्षमता होती है लोग वैसे स्थिति में अपने बच्चों को शिक्षित कर रहे हैं। क्योकि सभी अपने बच्चों को शिक्षित बनाना चाहते हैं