उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से अलोक श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि राजीव जी ने उसमें कहा हैः मेरे घोषणापत्र में सभी को समान अधिकार दिए जाने चाहिए, लेकिन जब मेरे देश में आरक्षण व्यवस्था चल रही है तो मैं सभी को समान अधिकार कैसे दे सकता हूं? बी. सी. के इतने प्रतिशत के लिए आरक्षण इतना प्रतिशत है कि चूंकि गरीब हर जाति में हैं, इसलिए ऐसी कोई जाति नहीं है कि गरीब केवल निचले वर्ग में पाए जाते हैं और प्रतिशत में अधिक हैं। लेकिन अगर गरीबी हर वर्ग में है, तो आरक्षण के अनुसार समान अधिकार उपलब्ध नहीं हैं, इसलिए समान अधिकार हमारी समझ है। यह उचित समान अधिकार नहीं है तो यह कहा जाता है कि परिवार में हर कोई अगर बच्चों के लिए ट्रॉफी लाता है तो घर में चार बच्चे होते हैं तो चार टॉफी लेते हैं या आठ टॉफी लेते हैं जिसे समान अधिकार कहा जाता है। अगर हम तीन भाई हैं, सभी की पत्नियां हैं, बच्चे हैं, तो एक अभिभावक या जो कोई बड़ा या छोटा है वह बाजार से सामान लाता है, तो वह इसे सभी के लिए लाता है, अगर केवल अपने परिवार के लिए।