उत्तरप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से के सी चौधरी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि श्रमिक उतना काम नहीं कर रहे हैं जितना ऑनलाइन उपस्थिति दिखाई जा रही है। यह सच है कि मनरेगा योजना के तहत लोगों को रोजगार दिया जा रहा है, उन्हें रोजगार मिल रहा है, लेकिन आधे लोगों को रोजगार मिल रहा है, यहां तक कि जिन्हें प्रधान और अन्य लोग पसंद करते हैं, उन्हें भी नहीं मिल रहा है। लोग कहते रहे हैं कि केवल प्रधान की तरफ रहने वाले लोगों को ही मनरेगा योजना में काम के लिए बुलाया जाता है और अन्य लोगों को भी काम पर रखा जाता है। समस्याएँ हैं। लोगों का कहना है कि इस काम को मुखिया से हटाकर ब्लॉक के अधिकारियों से करवाकर गांव में कोई विरोध नहीं होगा और सभी लोगों को रोजगार दिया जाएगा।