रंग पाल की जयंती का आयोजन पाल सेवा संस्थान द्वारा किया जाएगा । जिले भर के लोग यह कार्यक्रम करेंगे । आपको बता दें कि 20 फरवरी को हरिहरपुर में कवि रंगपाल की जयंती मनाई जाएगी । एकीकरण और सांप्रदायिक सद्भाव को समर्पित नगर पंचायत हरिहरपुर में अठारह सौ चौंसठ में जन्मे कवि रंगपाल की जयंती इस वर्ष भी हर वर्ष मनाई जाएगी । आयोजक पाल सेवा संस्थान के पूर्व अध्यक्ष बृजेश पाल ने कहा कि कवि रंगपाल की जयंती पर जिले भर से लोक गायक जश्न मनाने आते हैं । रचनाएँ प्रस्तुत की जाएंगी । इस दौरान कवि रंगपाल की सोसायटी और उनकी प्रतिमा को माला पहनाई जाएगी और अबीर गुलाल को चढ़ाया जाएगा । उन्होंने कहा कि कवि रंगपाल की रचनाएँ अवधी और ब्रज भाषा में लिखी गई थीं । चूँकि कवि का पूरा जीवन निर्वासन की बेड़ियों में व्यतीत हुआ था , इसलिए मातृभूमि की स्वतंत्रता का विषय उनकी कृतियों में स्पष्ट रूप से देखा जाता है , हालाँकि उन्हें भाग कवि के नाम से भी जाना जाता है । लेकिन उनकी लिखित काव्य रचनाओं में पक्षियों के प्रति प्रेम देश में बेटों की वीरता के साथ - साथ पीछे रह जाता है , जबकि कवि की कृतियाँ विदेशों में बहुत प्रसिद्ध हो रही हैं ।