मेरे विचार
उत्तर प्रदेश राज्य, अम्बेडकरनगर जिला से डोली मोबाइल वाणी के माध्यम से एक कहानी सूना रही हैं। इस कहानी में तीन गयां की बातें बताई गई हैं
चेहरे को बेदाग बनाने के लिए इस्तमाल करे बेसन
12 मार्च से रामनगरी को मिलेगी दूसरी वंदे भारत
यूनिटी भी हरी मिर्च उगाती है , विटामिन , पोटेशियम और तांबे से भरपूर हरी मिर्च का अचार आज़माएँ । हरी मिर्च शरीर को कई बीमारियों से मुक्त रखने में मदद करती है । हरी मिर्च का व्यापक रूप से भारतीय रसोई में भोजन में स्वाद और तीखापन जोड़ने के लिए उपयोग किया जाता है जहां कुछ लोग अपने भोजन के साथ हरी मिर्च खाते हैं । कुछ लोग इसे अचार के रूप में खाना पसंद करते हैं , विटामिन पोटेशियम और तांबे से भरपूर हरी मिर्च शरीर को कई परतों से मुक्त रखने और कई तरह से बीमारियों से मुक्त रखने में मदद करती है । इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा शरीर को मजबूत करती है । ऑइड्स का मुख्य स्रोत मानी जाने वाली हरी मिर्च हरी मिर्च में विटामिन बी1 , थायमिन , थायमिन , बी2 , राइबोफ्लेविन और बी3 नियासिन की उच्च मात्रा का उत्पादन करती है । इसमें एंटी - ऑक्सीडेंट और एंटी - माइक्रोबियल गुण होते हैं , यह प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और मोटापे की समस्या से भी राहत देता है । रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैंः हरी मिर्च का सेवन करने से शरीर को एंटी - ऑक्सीडेंट मिलते हैं जो शरीर को संक्रमण से दूर रखते हैं , इसके अलावा हरी मिर्च में पाए जाने वाले जीवाणुरोधी गुण भी होते हैं । कई बीमारियों से दूर रखता है हरी मिर्च में पाया जाने वाला जैव सक्रिय पौधा यौगिक शरीर को पुरानी बीमारियों के खतरे से दूर रखता है वादा नियंत्रण राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के अनुसार , शरीर में जमा होने वाली अतिरिक्त कैलोरी को हरी मिर्च की मदद से रोका जा सकता है । इसके सेवन से लगातार भूख लगने की समस्या से भी बचा जा सकता है । इसमें पाया जाने वाला कैप्साइसिन यौगिक हरी मिर्च से प्राप्त अन्य पोषक तत्वों के साथ - साथ कैलोरी सेवन , मनोदशा में बदलाव को कम करने में मदद करता है । सेवन के बाद , शरीर में खुश हार्मोन बढ़ने लगते हैं , वास्तव में , इसके सेवन से शरीर में एंड्रोफिन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है , जिससे शरीर की चिंता और तनाव से राहत मिलती है । हरी मिर्च खाने से तनाव और चिंता से राहत मिल सकती है । हरी मिर्च का अचार बनाने के लिए एक छोटी सी हरी मिर्च , एक कटोरी सरसों का तेल , दो चम्मच सौंफ , एक चम्मच सूखे धनिया के बीज , दो चम्मच मेथी के बीज , आधा चम्मच काली मिर्च डालें । स्वाद के अनुसार हरी मिर्च का तुरंत अचार बनाने के लिए , पहले हरी मिर्च को धो लें और उन्हें छोटे - छोटे टुकड़ों में काट लें और उन्हें एक अलग पात्र में रखें । दूसरी ओर , एक पैन में , मेथि के बीजों की सौ सूखी लौंग लें और उन्हें कुछ समय के लिए धीमी आंच पर भूनें । एक पैन में सरसों का तेल गर्म करें , जब तेल गर्म हो जाए तो हींग और करी पत्ता डालें । पंद्रह मिनट तक धीमी आंच पर पकाने के बाद , मिर्च के अचार को गैस से उतार दें , थोड़ा ठंडा होने के बाद , इसे एक कान - बंद डिब्बे में रखें , और आप तैयार अचार को परांठा या रोटी के साथ परोस सकते हैं । आप पके हुए आंवले को मिर्च के साथ भी मिला सकते हैं । आंवला को मिर्च के साथ मिलाने से स्वाद के साथ - साथ अचार का पोषण भी बढ़ता है ।
दोस्तों बिना किसी डर के अपने मज़ेदार चुटकुले शुरू करें लड़का जान हाथ पर अपना नाम लिखें या यहाँ - वहाँ दिल से लड़की क्यों लिखें । अगर आप सच में प्यार करते हैं , तो प्रॉपर्टी वेपर्स पर लिखें मेरी अगली नौकरी सोनू पापा हैं आपके लिए मेरी कीमत क्या है पापा बेटा करोड़ो में है सोनू तो उन्हीं करोड़ में से ढाई हजार रुपये देना गोवा की यात्रा के लिए जाना मेरा अगला काम है । चिंटू लड़की यह देखने गई कि चिंटू ने बीए तक कितनी पढ़ाई की है और चिंटू ने मना कर दिया और कहा कि दो अक्षर पड़ा है वो भी उल्टा मेरा अगला मजाक एक रात एक चोर घर में घुस गया । खुला गई के मालिक कौन है चोर क्या है मालिक कौन है चोर अभी बिल्ली हूं बिल्ली मेरा अगला जो शिक्षक मुझे पानी में रहने वाले पांच जानवरों के नाम बताए छात्र मेंढक शिक्षक अच्छा आराम चार विद्यार्थी , उसकी माँ , उसके पिता , उसकी बहन और उसका भाई , मेरे अगले डॉक्टर , अब जब आप पूरी तरह से ठीक हो गए हैं , तो आप इतने डरे हुए क्यों हैं ?
गुलाब जल बनाने का तरीका बताने जा रहे हैं । यानी गुलाब जल त्वचा के प्राकृतिक पीएच स्तर को संतुलित करने में मदद करता है , त्वचा को हाइड्रेटेड रखता है और चेहरे को गहराई से साफ करता है । ज्यादातर लोग बाजार से गुलाब जल खरीदते हैं । आप इसे घर पर भर सकते हैं । अगर आप इसे बना सकते हैं तो घर पर गुलाब जल बनाना जानते हैं । यदि आप बाजार से गुलाब खरीदते हैं , तो सभी गुलाबों को पांच से छह बार अच्छी तरह से धो लें । गुलाब की पंखुड़ियों को लें और फिर पैन में डेढ़ कप पानी डालें । अब पैन को ढक दें और मध्यम आंच पर रख दें । जब पानी उबलने लगे तो आंच को धीमा कर दें । गुलाब की पंखुड़ियों के फीके होने तक पानी को उबलने दें , फिर गैस बंद कर दें और पानी को ठंडा होने दें ।
महिला दिवस पर , मैं आज आपको कुछ पंक्तियाँ सुनाने जा रहा हूँ । यह केवल पृथ्वी पर रहने से है , जो आकाश पर भारी है , जो इस दुनिया से संचालित है , पूरे भगवान स्वयं हर दर्द के लिए जिम्मेदार हैं , यहां तक कि मुस्कुराने वाले भी । मुश्किलों में भी , जो कभी हार नहीं मानता , उसके पास आत्माओं की एक बहुत बड़ी उड़ान होती है जिसके लिए आकाश झुकता है , कभी माँ के रूप में , कभी बहन के रूप में ।
आज हम इस बारे में बात करते हैं कि कैसे हर दिन चलने से आपका वजन कम होगा । करना एक बहुत अच्छा विकल्प साबित हो सकता है , स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार , यदि आपके पास जिम जाने और व्यायाम करने का भी समय नहीं है , तो आइए जानते हैं कि चलने को अपनी दिनचर्या का हिस्सा कैसे बनाया जाए । प्रतिदिन लगभग दस हजार कदम चलकर , दो सौ दो सौ से शुरू करके , पाँच सौ कदम तक पहुँचकर , और फिर धीरे - धीरे दस हजार कदम के लक्ष्य को प्राप्त करके मोटापे को समाप्त किया जा सकता है । एक हजार कदम चलने से तीस से चालीस कैलोरी रोकी जा सकती है और दस हजार कदम चलने से तीन सौ से चार सौ कैलोरी रोकी जा सकती है । सप्ताह में एक सौ अस्सी मिनट का व्यायाम वजन घटाने के लिए काफी अधिक फायदेमंद हो सकता है , जो उच्च गति और उतार - चढ़ाव पर निर्भर करता है ।
कड़वा है लेकिन यह सच है कि एक महिला बेटे को जन्म देने के लिए अपनी सुंदरता का त्याग करती है । और बाद में , वही बेटा अपनी सुंदर पत्नी के लिए अपनी माँ को छोड़ देता है , महिला का चिल्लाना कोई नाटक नहीं है , वह भी कड़वाहट से रोती है जब उसे समझने वाला कोई नहीं होता है । अजीब दुनिया के लोग सब कुछ इकट्ठा करने में लगे हुए हैं । खाली हाथ जाने के लिए गुरु और मार्ग दोनों समान हैं । वे स्वयं वही रहते हैं लेकिन दूसरों को गंतव्य तक ले जाते हैं । महिलाएँ अपने बेटे को श्रमण बनाना चाहती हैं लेकिन अपने पति को शरवन बनते नहीं देख सकतीं । पाँच बेटे एक गरीब माँ की झोपड़ी में रहते हैं , लेकिन एक माँ पाँच बेटों के बंगले में नहीं रहती , इसलिए हर क्षेत्र में कड़ी मेहनत करनी पड़ती है । कभी - कभी गलत व्यक्ति के कारण पूरी दुनिया हमसे नफरत करती है , कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपको पाने के लिए कौन मरता है । जो मायने रखता है वह यह है कि आपको खोने से कौन डरता है । जब व्यक्ति मुसीबत में फंस जाता है , तो उसे घरेलू दोष , भौतिक दोष और माता - पिता के दोष जैसे दोष दिखाई देने लगते हैं । केवल उसके अपने दोष दिखाई नहीं दे रहे हैं ।