80 वर्ष पूर्व अग्रेजो के जमाने मे व्यवसायिक दृष्टिकोण से आयत निर्यात के लिए बिहार यूपी सीमा को जोड़ने के लिए स्याही नदी पुल को जीरादेई विधायक अमरजीत कुशवाहा के अथक प्रयास के बाद इसकी स्वीकृति मिल गयी है। 16 लाख की लागत से पुलिया के निर्माण कार्य को 18 माह में पूरा करने का टेंडर निकला है। विधायक अमरजीत कुशवाहा ने कहा की सीवान में मुख्यमंत्री के आगमन के दौरान स्याही पुल की जर्जर हालत होने को लेकर आवेदन दिया गया था। जिसके बाद लगातार दर्जनो बार सचिवालय का चक्कर लगाने के बाद यह मांग पूरा हुआ है। पुल निर्माण की स्वीकृति मिलने के बाद सैकड़ो प्रखंड वासियों ने विधायक अमरजीत कुशवाहा को धन्यबाद दिया है। आपको बता दे कि अंग्रेजों के शासन के दौरान बिहार के मैरवा के नौकाटोला और यूपी के चित्रसेन बनकटा के बीच स्याही नदी पर पुलिया का निर्माण कराया गया था। इसे स्याही पुलिया के नाम से भी जाना जाता है। 80 साल पहले आयात-निर्यात और आवागमन में सहूलियत के उद्देश्य से इसे बनवाया गया था। तब व्यापारिक दृष्टिकोण से इस पुलिया का काफी महत्व था।