फुटकल की चटनी बनाने की विधि बताने जा रही हूँ। यह झारखण्ड के जंगलो में पाया जाना वाला एक पेड़ है जिसकी कोपल पत्तियां जब तक नहीं खिलती है तब तक इसका इस्तेमाल खाने के विभिन्न रूपों में होता है देखने में यह एक कोपालनुमा दीखता है। इसमें विटामिन सी पाया जाता है। फुटकल -100 ग्राम लहसुन की कलियाँ - 6-7 हरी मिर्च -3 ,इमली -3 -4 सरसो तेल -एक चम्मच नमक -स्वादानुसार बनाने की विधि - सबसे पहले फुटकल को अच्छी तरह से धो कर साफ़ कर लेंगे उसके बाद उसकी आगे की और पीछे के पार्ट जो डंढ़लनुमा रहती है उसको को काट कर निकाल देंगे। अब इसे अच्छी तरह दूप में सूखा लेंगे ,जब इसकी चटनी बनानी है तब इसे एक घंटा फुला लेंगे जिससे यह मुलायम बन जाय अब इसे पानी से छान कर निकाल देंगे उसके बाद मिक्सी या सिलबट्टे पर इसमें नमक,हरी मिर्च ,लहसुन की कलियाँ के साथ पीस लेंगे।चटनी को महीन पिसेंगे तभी चटनी खाने में अच्छी लगेगी।पीस कर इसे एक कटोरे या किसी भी बर्तन में निकल लेंगे और इसमें एक चम्मच सरसो तेल कच्चा डाल कर मिला लेंगे इस तरह से फुटकल की सुखी चटनी तैयार हो गयी।अगर आपको ज्यादा खट्टा करना है तो आप इसमें तीन से चार इमली भी फुलाकर इसके पल्प का इसमें इस्तेमाल कर सकते है ये चटनी गर्मी के मौसम बहुत ही स्वास्थ्यवर्धक है और इसमें विटामिन सी पाया जाता है और ये पेट को ठंडक प्रदान करता है।