झारखंड राज्य के चतरा जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता जानकारी दे रहे हैं की दुर्भाग्य की बात यह है कि आज खेती करना किसानों के लिए घाटे का सौदा साबित हो रहा है। आत्महत्या करने पर मजबूर हैं ।किसानों की मांगों का समर्थन करने और अब उनके साथ खड़े होने का नाटक करने के नाम पर देश भर में खूब राजनीति हो रही है। लेकिन किसी भी दल की सरकार यह नहीं कह सकती कि किसानों को पानी की जरूरत है । गुणवत्तापूर्ण बीज और उनकी फसल का सही मूल्य उन्हें दिया जाये। अगर सरकार इतना ही कर देगी तो किसानों की कई समस्याओं का समाधान होगा