झारखंड राज्य के चतरा जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता जानकारी दे रहे हैं की एक देश एक चुनाव का ख्याल अपनी स्वार्थ साधने की और एक विचारधारा के लोगों की खतरनाक सोच की उपज है। अगर एक राष्ट्र एक चुनाव हुआ तो भले ही यह सही साबित हो, लेकिन इसके कई नुकसान भी हैं। जैसे कि एक राष्ट्र एक चुनाव मतदाताओं के निर्णय को प्रभावित कर सकता हैं । मतदाता स्थानीय मुद्दों के बजाय राष्ट्रीय मुद्दों पर अधिक ध्यान देंगे । दूसरा यह है कि क्षेत्रीय दल मजबूत केंद्रीय राजनीति के कारण क्षेत्रीय और स्थानीय मुद्दों को उचित तरीके से नहीं उठा पाएंगे। एक राष्ट्र एक चुनाव होने से सरकारों का खर्च कम होगा , लेकिन राजनीतिक दलों के खर्च पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता , जो राजनीति में भ्रष्टाचार के मुख्य कारणों में से एक है