1857 स्वतंत्रता संग्राम के नायक शहीद जय मंगल पांडेय के वंशज सचिदानंद पांडेय चतरा से जुड़े जनमुद्दा को लेकर 20/12/23 दिन बुधवार को जनता को जगाने को लेकर एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम का आयोजन चतरा शहीद स्थल फांसी तलाब पर 10 से 3 बजे दिन तक करेंगे । जिसे लेकर चतरा सदर अनुमंडल पदाधिकारी को सूचनार्थ आवेदन दिया गया है।साथ ही चतरा की जनता से अपील भी किया गया है कि अपनी जन मुद्दों को लेकर फांसी तलाब पहुंचे। आपको बतादें स्वतंत्रता सेनानी जयमंगल पांडेय को चतरा के फांसी तालाब पर फांसी दी गई थी।प्राप्त जानकारी के अनुसार बलिदानी जयमंगल पांडेय का जन्म 1793 में हजारीबाग के खीरगांव में हुआ था। पिता का नाम अर्जुन पांडेय था। 1857 की क्रांति के समय जयमंगल पांडेय और नादिर अली खान ब्रिटिश रामगढ बटालियन की आठवीं नेटिव इंफैन्ट्री में सूबेदार थे। वे सन 1818 ई. मे ब्रिटिश सेना मे भर्ती हुए थे।उस समय इन दोनों के नेतृत्व में 150 सिपाहियों ने विद्रोह करते हुए रांची की ओर से कूच करते हुए चतरा पहूँचे थे और यहीं हरजीवन तालाब पर उन्हें फाँसी दे दी गई तब से चतरा का यह तालाब फाँसी तालाब के नाम से जाना जाता है।