उत्तरप्रदेश राज्य के चित्रकूट जिला से कविता विश्वकर्मा मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि असुरक्षित पानी और स्वच्छता कुपोषण का कारण बन सकते हैं।या इससे बदतर बना सकते हैं। यूनिसेफ के आपातकालीन कार्य समूह के निदेशक मैनुअल फोंटेन का कहना है किकोई भी कुपोषित बच्चा कितना भी भोजन करे, अगर वह जो पानी पी रहा है वह सुरक्षित नहीं है, तो उसे असुरक्षित पानी से दस्त हो जाएगा। इसके परिणामस्वरूप बच्चों को जीवित रहने के लिए आवश्यक पोषक तत्व नहीं मिल सकते हैं, जो अंततः कुपोषण की ओर ले जाता है। कुपोषित बच्चे भी हैजा जैसी जल जनित बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। न्यूनतम जल स्वच्छता और सफाई की अपर्याप्त पहुंच कुपोषण के लिए कारण बनते हैं ।