उत्तर प्रदेश राज्य के चित्रकूट जिला से मोबाइल वाणी के माध्यम से इन्होने एक कहानी सुनाया जिसका शीर्षक है कहानी बन्दर और खरगोश की। एक जंगल में बन्दर और खरगोश रहते थे। एक दिन वो दोनों आँख मिचौली खेलने के बारे में सोच रहें थे तभी देखा की जंगल के सभी जानवर इधर उधर भाग रहें हैं। तब बन्दर ने लोमड़ी से पूछा की तुम सब क्यों भाग रहें हो तो लोमड़ी ने बताया की जंगल में शिकारी आया है इसलिए सब अपनी जान बचाकर भाग रहें हैं। उसके बाद बन्दर और खरगोश भी भागने लगे बहुत दूर भागने के बाद बन्दर और खरगोश तक चुके थे और उन्हें प्यास भी लग चूका था। तभी उन्होंने एक मटका देखा जिसमे आधा पानी था तो खरगोश ने बन्दर को पानी पिने को कहाँ और बन्दर ने खरगोश को कहाँ लेकिन वो दोनों पानी नहीं पि रहें थे तभी एक हाथी ने इन्हें देखा और उसने इन्हें सुझाव दिया की तुम दोनों आधा आधा पानी पि लो। और हाथी ने इन्हें कहाँ की तुम दोनों सच्चे दोस्त हो। तो दोस्तों हमे इस कहानी से यह सिख मिलती है की सच्चे दोस्त हमेशा एक दूसरे का ख्याल रखते हैं और इनके बिच में कोई स्वार्थ की जगह नहीं होती है