"कौन बनेगा बिज़नेस लीडर" एक ऐसा कार्यक्रम है जो महिलाओं को व्यवसाय के क्षेत्र में नेतृत्व करने के लिए प्रोत्साहित करता है। इसमें राखी यादव की कहानी बताई गई - एक युवा महिला जिसने अपने छोटे से सपने को बड़ी सफलता में बदला। 20,000 रुपये से शुरू करके, राखी ने अपना ऑप्टिकल व्यवसाय खड़ा किया और आज वह न केवल खुद सफल है, बल्कि अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन गई है।

रवि सेन जी ने अपनी पूंजी से साड़ी का व्यापार शुरू किया। गाँव-गाँव जाकर साड़ी बेचते हुए उन्होंने अपनी आर्थिक स्थिति सुधारी। मेहनत और लगन से उन्होंने सफलता प्राप्त की और अब वो अपने इलाके में प्रेरणा का स्रोत बन गयी हैं।

आपका पैसा आपकी ताकत की आज की कड़ी में हम सुनेंगे अपने श्रोताओं की राय

उत्तरप्रदेश राज्य के मिर्ज़ापुर ज़िला के सिटी प्रखंड से 40 वर्षीय मंजू मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि हमें महिलाओं की इज्जत करनी चाहिए। अगर महिलाओं का अपमान हो रहा है तो लोगों को समझना चाहिए। महिलाओं के इज्जत के लिए हमेशा खड़ा रहना चाहिए।

आपके अनुसार महिलाओं को एक मंनोरंजन या लेनदेन के सामान जैसा देखने की मानसिकता के पीछे का कारण क्या है ? आपके अनुसार महिलाओं को एक सुरक्षित समाज देने के लिए क्या किया जा सकता है ? और किसी तरह के बदसलूकी के स्थिति में हमें उनका साथ किस तरह से देना चाहिए ?

यह एपिसोड काजल परिहार की कहानी बताता है, जिन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में एक डिजिटल सेवा केंद्र शुरू किया। उनका व्यवसाय गांव वालों को बैंकिंग और सरकारी सेवाओं तक आसान पहुंच प्रदान करता है, जिससे उन्हें दूर जाने की आवश्यकता नहीं होती। काजल का मानना है कि युवाओं को तकनीक का उपयोग करके दूसरों की मदद करनी चाहिए।

आपका पैसा आपकी ताकत की आज की कड़ी में हम जानेंगे एसएचजी यानि की स्वयं सहायता समुह से जुड़ने के क्या फायदे हैं और इससे जुड़ कर कैसे आप अपने जीवन में बदलाव ला सकते हैं।

सीमा की कहानी हौसले और दृढ़ संकल्प की मिसाल है। एक महिला के रूप में ई-रिक्शा चलाने की चुनौतियों का सामना करते हुए, उन्होंने समाज की परवाह किए बिना अपने सपनों को साकार किया। अपने परिवार के समर्थन और अपनी मेहनत से, सीमा ने न केवल एक सफल व्यवसाय स्थापित किया, बल्कि अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन गईं।

"कौन बनेगी बिजनेस लीडर" एक ऐसा कार्यक्रम है जो महिलाओं को व्यवसाय में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। यह सैइदा बेगम जैसी साहसी महिलाओं की कहानियों के माध्यम से दर्शाता है कि दृढ़ संकल्प और सही मार्गदर्शन से कोई भी महिला सफल उद्यमी बन सकती है।

अपने संघर्ष और मेहनत के चलते ना सिर्फ अपने बिज़नेस को आगे बढाया बल्कि अपने बढ़ते हुए बिज़नेस के साथ साथ अपने परिवार को मज़बूत और काबिल भी बनाया है | सुनिए रवि सेन की कहानी |