उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से 31 वर्षीय दीपा मोबाइल वाणी के माध्यम से यह जानकारी चाहती है कि क्या भावनाओं को समझना और उनसे निपटना बहुत ही मुश्किल है ?

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हर व्यक्ति के भावनाएँ महसूस करने, पहचानने, समझने और व्यक्त करने का तरीका अलग होता है। यह क्षमता बचपन से लेकर बड़े होने तक धीरे-धीरे विकसित होती है।यह विकास हर बच्चे की अपनी विशेषताओं पर निर्भर करता है यानी वह दुनिया और अपने आस-पास की चीज़ों पर कैसे प्रतिक्रिया करता है।इसके अलावा, यह विकास परिवार, स्कूल और दोस्तों के साथ उसके अनुभवों और संबंधों पर भी निर्भर करता है। जब बच्चे को ऐसा अनुभव मिलता है कि लोग उसे ध्यान से सुनते हैं और समझते हैं, तो वह धीरे-धीरे अपनी भावनाओं को समझने और संभालने में बेहतर हो जाता है।इससे वह बड़ा होकर अधिक स्वतंत्र और आत्मविश्वासी बन पाता है।
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Oct. 30, 2025, 5:37 p.m. | Tags: information   health   mentalhealth