उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से 25 वर्षीय सौरव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से खुशी से हुई।खुशी कहती है कि जब व्यक्ति मानसिक तनाव अनुभव करता है तो वो समझ नहीं पाता कि उसे डॉक्टर से मिलना चाहिए या नहीं।चिंता और उदासी हालातों के साथ बदल सकता है। हालाँकि भावनाओं और मानसिक तनाव के लक्षणों का असर दैनिक जीवन में पड़ रहा है तो उन्हें मदद लेनी चाहिए। अकसर लोग मानसिक स्थिति को छुपाने का प्रयास करते है ताकि उनका रिश्ता बना रहे।