उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से रमज़ान अली ,मोबाइल वाणी के माध्यम से सचिन सोनकर से बातचीत कर रहे है। सचिन सोनकर बताते है कि इन्होने मोबाइल वाणी के कार्यक्रम अपनी जमीन अपनी आवाज़ को कई बार सुना। इनके मन में विचार आया कि बेटियों को पैतृक संपत्ति में हिस्सा देना है। बेटियां किसी मामले में बेटो से कम नहीं है। हर सुख दुःख में बेटी परिवार का साथ देती है। जितना हिस्सा बेटो को भूमि में देंगे उतना ही बेटियों को भी देंगे ,इससे बेटियां सशक्त होने के साथ मज़बूत होगी