उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से अरविन्द श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से रमेश वर्मा से हुई। रमेश कहते है कि बहन को हिस्सा देने पर भाई ऐतराज़ करेगा पर बहन को हिस्सा मिलना चाहिए। अगर महिला के पास जमीन होगा तो उनपर होने वाली सताहट कम होगा। बेटा और बेटी एक सामान है तो बहन को बराबर का हिस्सा दे देना चाहिए। अगर महिला को हिस्सा नहीं होगा तो वो बेसहारा ही है। कानून तो बना है लेकिन उसपर लगने वाला शर्ते हटा देनी चाहिए।हर घर में बेटी को हिस्सा देनी चाहिए। कानून को ऐसा होना चाहिए की बेटी को जमीन में हिस्सा मिलना ही है तभी हर एक बेटी को अधिकार मिल पाएगा।