उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से प्रशांत श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से सौरभ से हुई। ये बताते है कि पहले के समय में महिलाओं के पास कोई अधिकार नहीं था। महिलाओं के साथ बुरा व्यवहार होता था। महिलाओं को शिक्षा का अधिकार ,वोट देने का अधिकार नहीं था। पर्दा के पीछे रहना पड़ता था ,बाल विवाह की समस्या थी। उनके साथ बहुत अत्याचार होता था। लेकिन जब से संविधान बना है तब से महिलाएं सुरक्षित है और उन्हें कई अधिकार दिया गया है। समाज में महिलाएँ को पुरुष के बराबर का दर्जा दिया गया है। हर एक क्षेत्र में उन्हें पुरुषों के सामान आँका गया है। शिक्षा का अधिकार भी दिया गया है। वहीं अभी संसद में बिल भी पास हुआ है जिसके तहत महिलाओं को 33 प्रतिशत का आरक्षण संसद में मिला है।